MINING SECTOR CAN ACT AS GAMECHANGER FOR ECONOMY OF PUNJAB GIVEN STATE'S POTENTIAL: NAVJOT SINGH SIDHU
DELEGATION LED BY CABINET SUB-COMMITTEE ON MINING CHAIRMAN VISITS TELANGANA & ANDHRA PRADESH
SIDHU TERMS VISIT TO MINING QUARRIES AS EXTREMELY BENEFICIAL & EYE OPENER, IMPRESSED BY PRESENTATION FROM TELANGANA
PUNJAB DELEGATION GAINS FIRST HAND KNOWLEDGE ABOUT EVERY ASPECT OF MINING
TELANGANA EARNED RS. 40.71 CRORE IN 11 DAYS DURING CURRENT FINANCIAL YEAR
PROPOSED POLICY TO ENSURE AVAILABILITY OF SAND TO PEOPLE OF PUNJAB ON REASONABLE PRICES: SIDHU
कैबिनेट सब कमेटी के प्रमुख के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का दौरा किया
सिद्धू ने तेलंगाना की पेशकारी और रेतो की खदानों के दौरे को बताया लाभकारी
पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने खनन की हर प्रक्रिया को निजी तौर पर देख कर हासिल की जानकारी
तेलंगाना ने चालू वित्तीय वर्ष दौरान 11 दिनों में ही कमाए 40.71 करोड़ रुपए
प्रस्तावित नीति के साथ पंजाब निवासी को मिलेगी वाजिब कीमतों पर रेतः सिद्धू
इंडिया न्यूज सेंटर,हैदराबाद /चण्डीगढ़ः पंजाब में खनन की अथाह सामर्थ्य को देखते राज्य में व्यापक और असरदार खनन नीति को लागू करने के साथ यह क्षेत्र राज्य की आर्थिकता को बड़ा प्रोत्साहन दे सकता है और साथ ही राज्य के लोगों को वाजिब कीमतों पर रेत मिल सकती है। यह बात खनन संबंधीे बनी कैबिनेट सब कमेटी के प्रमुख और स्थानीय निकाय मंत्री स नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रतिनिधिमंडल सहित हैदराबाद के दौरे दौरान तेलंगाना के अधिकारियों की तरफ से बताए सफल खनन माडल को देखने और खनन की खदानों को देखने उपरांत जारी प्रैस बयान में कही। स. सिद्धू ने कहा कि तेलंगाना के माडल को देखते और तेलंगाना मुकाबले पंजाब में दरियाओं की अधिक संख्या को देखते राज्य की अधिक सामर्थ्य कारण उनको विश्वास हो गया है कि पंजाब की कमज़ोरी बनी खनन सब से मज़बूत पहलू बन सकती है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राज्य ने अपनी काबलीयत, मुस्तैदी और असरदार नीति के साथ रेत की खदानों को सोनो की खदानें बना लिया है। उन्होंने कहा कि इस दौरे का पंजाब की प्रस्तावित खनन नीति को बहुत फ़ायदा होगा और इस दौरो से उनकी उम्मीदों को बड़ा प्रोत्साहन मिला और सब कमेटी की मीटिंगों में विचारों करते पैदा हुए सभी शंकाओं की भी समाप्ति हो गई है।तेलंगाना के खनन विभाग और कारपोरेशन के अधिकारियों द्वारा पावर प्वाईट पेशकारी के द्वारा राज्य मेंं सफल चल रहे खदानों के माडल संबंधीे विस्तार में जानकारी दी और खनन नीति को लागू करने के ढंग और इसके सभी पहलूओं से अवगत करवाया। स. सिद्धू ने इस मीटिंग में दी पेशकारी के विवरण देते बताया कि तेलंगाना द्वारा बनाई खनन नीति कितनी असरदार और सफल है, इस का अंदाज़ा इस बात लगाया जा सकता है कि तेलंगना ने वित्तीय वर्ष 2018 -19 के पहले 11 दिनों में ही खनन से 40.71 करोड़ कमा लिए जब कि पंजाब में पिछली सरकार दौरान एक वर्ष में 40 करोड़ रुपए कमाता था जब कि पंजाब में दरियाओं की अधिक संख्या को देखते हुये खनन की अधिक सामर्थ्य है। इसके अलावा तेलंगाना में रेत की कीमतों बहुत कंट्रोल में हैं। उन्होंने बताया कि तेलंगाना 2014 -15 में खनन के द्वारा राज्य सरकार 10.5 करोड़ रुपए कमाता था और उस समय सरकार की तरफ से बनाई कारगार नीति स्वरूप यह कमाई 2015 -16 में बढक़र 368.33 करोड़ रुपए, 2016 -17 में 456.45 करोड़ रुपए और 2017 -18 में 678.35 करोड़ रुपए तक पहुँच गई। स. सिद्धू का नेतृत्व अधीन कमेटी के अधिकारी जो तीन दिवसीय तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के दौरे पर हैं, ने दोनों राज्यों की अधिकारियों से विस्तार में चर्चा की। पंजाब सरकार द्वारा आए प्रतिनिधिमंडल में स. सिद्धू के साथ प्रमुख सचिव खनन जसपाल सिंह, सचिव कम डायरैक्टर खनन कुमार राहुल, चीफ़ इंजीनियर विनोद चौधरी और मंत्री के सलाहकार अंगद सिंह सोही शामिल हैं। पंजाब से आए प्रतिनिधमंडल ने हैदराबाद में पहली मीटिंग तेलंगाना के प्रमुख सचिव खनन, उद्योग और कामर्स जैअश रंजन, तेलंगाना राज खनन विकास कारपोरेशन के चेयरमैन श्री सेरी सुभाष रैडी और वाइस चेयरमैन कम प्रशास्निक निदेशक डा जी मालसुर और डायरैक्टर खनन बी आर भी सुशील कुमार के साथ की। दूसरी मीटिंग में पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने आंध्र प्रदेश के अधिकारियों से मीटिंग की जिसमें खनन के ज्वाइंट डायरैक्टर वी बी चन्दरशेखरा और कंसलटेंट मनोज गुरामकुंडा ने पेशकारी दी। मीटिंगों के बाद पंजाब से आए प्रतिनिधिमंडल का खनन वाले स्थानों का दौरा भी करवाया गया। तेलंगाना राज्य खनन विकास कारपोरेशन के वाइस चेयरमैन कम प्रशासनिक निदेशक डा जी मालसुर और जनरल मैनेजर श्री राज शेयर रैडी पंजाब के प्रतिनिधिमंडल के साथ गये जिन्होंने हैदराबाद से 200 किलोमीटर दूर जैयशंकर भूपलपल्ली जिले के गाँव पुसकूपल्ली में गोदावरी दरिया में चल रही रेत की खदानों का काम दिखाया। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने रेत की ढुलाई, अनाधिकारित खनन को रोकने के लिए की नाकेबन्दी, रजिस्टर्ड वाहनों की चैकिंग व्यवस्था, रेत वाले वाहनों के भार को तोलने के लिए स्थापित किये अधिकारित भारतोलक स्थानों को भी देखा। दरिया किनारे खनन से निकलते रेत को भंडारण वाली जगह और उसके बाद कामर्शियल वाहनों के द्वारा उपभोक्ता तक ले जाने की प्रक्रिया व्यवहारिक तौर पर देखी। भंडारण वाली जगह से कम्प्यूटरीकृत व्यवस्था के द्वारा जारी की पर्ची और उस पर की जाती कोडिंग प्रणाली को देखा। स. सिद्धू सभी व्यवस्था को देख कर बहुत प्रभावित हुए। तेलंगाना अधिकारियों द्वारा बताया गया कि सारी प्रणाली स्वरूप खनन द्वारा राज्य सरकार ने आमदन बढ़ाई है। उत्तराखंड में दूसरे की जमीन को अपनी बताकर ऐंठी रकमउन्होंने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सरकारों और संबंधित अधिकारियों का विशेष कर धन्यवाद किया जिन पंजाब के प्रतिनिधिमंडल को अध्ययन करन में बहुत सहायता की और तेलंगाना राज्य खनन विकास कारपोरेशन के अधिकारियों का भी विशेष धन्यवाद किया जिन रेत की खदानों का दौरा करवा कर प्रतिनिधमंडल को व्यवहारिक तौर पर ज़मीनी हकीकतों से अवगत करवाया।