Patiala's Army Jawan Shaheed at Pulwama in Jammu and kashmir
आतंकवादियों का मुकाबला करते समय पाई शहादत, इलाके में शोक की लहर
पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार: डीसी
चंडीगढ़, न्यूज़ डेस्क: पटियाला के हलका समाना के गांव दोदड़ा निवासी सेना में नायक राजविंदर सिंह (29) मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। जैसे ही नायक राजविंदर सिंह की शहादत की खबर उनके गांव पहुंची तो इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।
शहीद के पिता अवतार सिंह ने भरे गले से कहा कि उनके बेटे ने अपनी जान देश पर न्योछावर की है। जिस पर उन्हें और पूरे पंजाब को गर्व है। पिता ने कहा कि बेटे ने आतंकवादियों का बहादुरी के साथ डटकर मुकाबला किया है। बेटा भले ही 30 साल का हो गया था लेकिन उनके लिए तो वह अभी भी बच्चा ही था। जब भी छुट्टी पर आता था तो वह साथ ही खाता-पीता व सोता था। इस दौरान पिता की आंखें नम थीं।
शहीद की मां महिंदर कौर व बड़े भाई बलवंत सिंह ने रोते हुए कहा कि इस बात पर यकीन नहीं हो रहा है कि उनका राजविंदर सिंह शहीद हो गया है। शहीद नायक राजविंदर सिंह का जन्म 15 अक्टूबर 1990 में हुआ था। वह 24 मार्च 2011 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और सेना की 24 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे। जांबाज की रेजीमेंट इस समय नागालैंड में तैनात है लेकिन राजविंदर सिंह इस समय 53- राष्ट्रीय राइफल्स में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सेवा निभा रहे थे।
सर्च ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से हुए शहीद
भारतीय फौज के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में मंगलवार को सुवखते गांव गोसू में आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन के दौरान नायक राजविंदर सिंह आतंकवादियों का मुकाबला करते हुए गोली लगने से शहीद हो गए। सांसद परनीत कौर, कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिंदरा, साधु सिंह धर्मसोत ने नायक राजविंदर सिंह की शहादत पर दुख जताया है। डीसी कुमार अमित ने कहा कि शहीद के पार्थिव शरीर के गांव दोदड़ा पहुंचने पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।