इंडिया न्यूज सेंटर,लखनऊः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बार-बार महागठबन्धन की चर्चा एवं ईवीएम की निष्पक्षता पर सवाल उठाने पर विपक्षियों पर तंज कसा है। पार्टी ने कहा है कि पांच वर्षो तक प्रदेश में कंफ्यूज सरकार चलाने वाले अखिलेश यादव अब समाजवादी पार्टी (सपा) के कंफ्यूज अध्यक्ष साबित हो रहे है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जनहित में लिए जा रहे ताबड़तोड़ फैसलों से विपक्षी दलों में हताशा का भाव व्याप्त हो गया है। केन्द्र और राज्य सरकार की सक्रियता के चलते विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं बचा तो वह अब अनाप-सनाप बकने लगे हैं। कभी महागठबन्धन की बात करते हैं तो कभी ईवीएम की निष्पक्षता पर अपनी हताशा दिखा रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि एक तरफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा के भय से एक होने की बात कर रहे हैं तो वहीं सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव महागठबन्धन के औचित्य पर सवाल उठा रहे है। उन्होंने कहा कि ईवीएम को दोषी ठहराने वाले राजनैतिक दल वास्तव में सच से मुंह छिपा रहे हैं। शुक्ला ने कहा कि पिछले 14-15 सालों में यूपी में सपा-बसपा एवं परोक्ष रूप से कांग्रेस का शासन था। इस दौरान सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी व्यवस्था बदहाल हो चुकी थी, कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी। जाति और धर्म के आधार पर प्रदेश को बांट दिया गया था। कार्यवाही एवं योजनाये तुष्टिकरण की भेंट चढ़ चुकी थी। प्रवक्ता ने कहा कि जनता ने प्रदेश के विकास एवं समस्याओं से निजात के लिए परिवर्तन कर राज्य में भाजपा की सरकार बनाई है। विपक्ष प्रदेश की जनता की बुद्धिमत्ता एवं निर्णय पर सवाल उठाने के बजाय आत्मावलोकन करें।