इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः आतंकवादियों का पनाहागार पाकिस्तान आज सरकार व सेना में अंदरुनी कलह की मार झेल रहा है। एक लंबे समय बाद पाकिस्तानी आर्मी और सरकार में अच्छे रिश्ते दिख रहे थे, लेकिन शनिवार को एक बार फिर खटास ने दस्तक दे दी। आज इसी वजह से सरकार और सेना में पाक पीएम नवाज शरीफ ने टॉप सुरक्षा सलाहकार को निकाल दिया और एक सीनियर ब्यूरोक्रेट पर कार्रवाई के ऑर्डर दे दिए। चौंका देने वाली बात है कि सेना ने पीएम के इस ऑर्डर को मानने से साफ मना कर दिया है। मेजर जनरल आसीफ गफूर ने ट्विटर पर कहा कि डॉन में छपे डॉन लीक पर नोटीफिकेशन अधूरा है और जांच बोर्ड की सिफारिशों के अनुरूप नहीं है, इसलिए इस नोटीफिकेशन को खारिज किया जाता है। ऐसा बहुत कम हुआ है जब पीएम के ऑर्डर को इस तरह से सार्वजनिक तौर पर सेना ने खारिज किया है। दरअसल, पीएम के इस बड़ फैसले के पीछ की वजह पाकिस्तानी सेना और सरकार के बीच आतंकवाद से निपटने को लेकर दरार पर बड़े अखबार डॉन में लेख छपा था। इस लेख में छपि जानकारी का कथित तौर पर निकाले गए सलाहकार तारीक फातेमी का लेना देना था। पिछले साल अक्तूबर में छपे लेख के मुताबिक सरकार ने सेना पर आतंकवाद की मदद का आरोप लगाया। इतना ही नहीं सेना के लिए कहा गया कि वे आतंकवादियों को पाकिस्तान से भाग निकलने में भी मदद करती है। पीएम ने ऑल पाकिस्तान न्यूजपेपर सोसायटी को रिपोर्टर और एडीटर के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि लेख के छपने के बाद ही रिपोर्टर देश से भाग निकला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के इस रवैया के बाद पाकिस्तानी मंत्री निसार अली खान ने आगे कार्रवाई पर कड़ा रुख अपनाने की बात कही है।