काबुल: पाकिस्तान से हजारों लोगों पलायन कर अफगानिस्तान चले गए हैं। उत्तरी वजीरिस्तान में चलाए जा रहे जर्ब-ए-अज्ब अभियान की वजह से हजारों पश्तून बेघर हो चुके हैं। इन पश्तूनों ने अब अफगानिस्तान में शरण ली है। उनका आरोप है कि पाकिस्तान किसी न किसी बहाने से उन्हें मिटाने में लगा हुआ है। पश्तूनों के मुताबिक, आर्मी उनका शोषण कर रही थी। तालिबान के नाम पर पाकिस्तान की सेना ने आम लोगों को निशाना बनाकर सब खत्म कर दिया। अफगानिस्तान के खोश्त में ऐसे ही एक पाकिस्तानी पश्तून शरणार्थी ने बताया, पाकिस्तानी सरकार ने बिना किसी चेतावनी के अचानक से बमबारी करवा दी। हमें नहीं बताया गया कि क्या करना है और कहां जाना है। लोगों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सरकार और सेना जानती है कि कथित आतंकी इस्लामाबाद और कराची में छिपे हैं। लेकिन फिर भी वह उन लोगों को निशाना बनाती है। पाकिस्तान कभी अमेरिका तो कभी पड़ोसी देशों से लड़ता रहता है। लेकिन वे लोग कभी भी आतंक का साथ नहीं देंगे।