इंडिया न्यूज सेंटर, त्रिशूर: 29 वर्षीय कैरूनिसा को इस क्रिसमस जीवन का सबसे बड़ा तोहफा मिला है। इस मुस्लिम महिला के लिए क्रिसमस 2016 के मौके पर सीरियन जोकोबाइट चर्च के पादरी सैंटा क्लोज बनकर पहुंचे और अपनी एक किडनी दान में देकर पूरी मानवता के सामने एक उदाहरण पेश किया। कैरूनिसा का बुधवार को एक निजी अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ। 39 वर्षीय शिबू वयनद सीरियन जोकोबाइट चर्च के पादरी हैं। शिबू पादरी होने के साथ-साथ एक लेखक हैं जो अपनी लिखी किताबों से होने वली आय का इस्तेमाल समाजसेवी कार्यों के लिए करते हैं। कैरूनिसा त्रिशूर जिले में अपने पति और तीन साल की बेटी के साथ रहती हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उनका चयन फादर डेविस किरामल द्वारा स्थापित किडनी फेडरेशन ऑफ इंडिया में रजिस्टर्ड लोगों में से हुआ था। अस्पताल के मुताबिक कैरूनिसा की किडनी पिछले चार साल से खराब थी और उसे कई बार डायलिसिस कराना पड़ता था। हालांकि, कैरूनिसा की मां उन्हें किडनी देने को तैयार थीं लेकिन उनकी किडनी मैच नहीं हो रही थी जिसकी वजह से ट्रांसप्लांट नहीं हो पा रहा था। पादरी शिबू ने फादर डेविस किरामल से प्रेरित होकर किडनी डोनेट करने का फैसला किया। बता दें कि इससे पहले फादर किरामल ने अपनी एक किडनी डोनेट कर समाज के सामने उदाहरण पेश किया था। फादर शिबू और कैरूनिसा फिलहाल अस्पताल में हैं और उन्हें कुछ दिनों में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।