इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी सरकार की उपलब्धियों को एक ही वाक्य में समेटा जा सकता है कि ‘‘मेरा भाषण ही मेरा प्रशासन है।’’ पार्टी ने सरकार को पांच महत्वपूर्ण मानकों सांप्रदायिक सौहार्द, राजनीतिक स्थिरता, आतंरिक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और कूटनीति पर पूरी तरह विफल बताया। कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘ भाजपा राजग सरकार के 40 माह पूरे हो जाएंगे। हर सरकार का मूल्यांकन पांच मानकों, सांप्रदायिक सौहार्द, राजनीतिक स्थिरता, आतंरिक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय नीति या कूटनीति पर होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार इन पांचों मोर्चों पर चारों खाने चित्त रही है।’’
सरकार ने सांप्रदायिक सौहार्द के परखच्चे उड़ाए: कांग्रेस
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 40 माह में इस देश में सांप्रदायिक सौहार्द के परखच्चे उड़ा दिये गये हैं। संघीय ढांचे पर लगातार आघात किया गया है। अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर उसके जीते जागते उदाहरण हैं। आतंरिक सुरक्षा की स्थिति बहुत ही संवेदनशील है। चाहे पूर्वोत्तर हो, जम्मू कश्मीर हो या नक्सल प्रभावित इलाके हों, उन पर नजर डालकर देख सकते हैं। ’’
अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर साधा निशाना
तिवारी ने कहा कि जहां तक अर्थव्यवस्था का सवाल है, भाजपा नीत राजग सरकार ने चरमरा कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री अरूण जेटली इस बात का दावा करते हैं कि पिछले 40 माह में कोई घोटाला नहीं हुआ। सबसे बड़ा घोटाला नोटबंदी था जिसने 124 करोड़ भारतवासियों पर बेवजह बोझ डाला। भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास पर पूर्ण विराम लगा दिया। अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक क्षेत्र को तबाह कर दिया।
सुषमा के भाषण पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक कूटनीति का सवाल है विदेश मंत्री (सुषमा स्वराज) संयुक्त राष्ट्र में जाकर पाकिस्तान को खरी खरी सुनाती हैं। पर इसका एक और पहलू भी है कि प्रधानमंत्री बिना निमंत्रण के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पोती की शादी में वहां पहुंच जाते हैं। उसके जवाब में भारत पर पठानकोट हमला किया गया। चाहे पाकिस्तान हो, चीन हो, अमेरिका हो, रूस हो, संप्रग सरकार के समय भारत की कूटनीति को जिस तरह सुचारू एवं सुदृढ़ तरीके से चलाया गया था, उसको पिछले 40 माह में भाजपा सरकार ने पूरी तरह तहस नहस कर दिया है।‘‘
काले धन को लेकर उठाए सवाल
उन्होंने कहा, ‘‘काले धन के बारे में वे दावा करते हैं कि हमने कई कदम उठाये और कांग्रेस नीत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाये। इससे बड़ा कोई झूठ नहीं हो सकता। काले धन को वापस लाने का सारा ढांचा संप्रग द्वितीय के कार्यकाल में तैयार किया गया था। हम प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि यदि आपने काले धन पर कदम उठाये हैं तो वे 15 लाख रूपये कहां गये जो आप हर भारतीय के बैंक खाते में जमा कराने वाले थे।’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया , ‘‘ कुल मिलाकर इनके 40 माह के शासन और भाजपा की कार्यकारणी का लब्बोलुआब है, उसे एक वाक्य में सीमित किया जा सकता है... मेरा भाषण ही मेरा प्रशासन है।’’ काम के मामले में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यह सरकार पूरी तरह विफल रही है। यह ऐसी एक भी उपलब्धि नहीं गिना सकते हैं जिससे देश के आम नागरिक को किसी तरह का फायदा मिला हो।’’
डोकलाम पर भी विफल बताया
भाजपा की कार्यकारिणी में डोकलाम मुद्दे को समुचित ढंग से निबटने संबंधी सवाल के जवाब में तिवारी ने कहा, ‘‘जहां तक डोकलाम की बात है, यह संवेदनशील मुद्दा है। इस मुद्दे से कैसे निबटा गया, समस्या को कैसे बढ़ने दिया गया, यह सब बातें सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। जनता इतनी समझदार है कि वह समझ सकती है कि यह सब क्या है?’’
पीएम की कथनी-करनी में फर्क: कांग्रेस
भाजपा द्वारा विपक्ष पर सरकार के खिलाफ कठोर शब्दों का इस्तेमाल किये जाने के बयान पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। 50 करोड़ रुपये की गर्ल फ्रेंड, श्मशान एवं कब्रिस्तान, जेम्स माइकल लिंडो, समाज के एक वर्ग के लिए पपी शब्द का इस्तेमाल करना, जिसका मैं हिन्दी में तर्जुमा नहीं करना चाहता, यह सब प्रधानमंत्री के शब्द हैं। जहां तक उग्र भाषा का इस्तेमाल का शब्द है, बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री खुद अपने गिरेबान में झांक कर देखें और इस बात को महसूस करें कि उनकी अपनी शब्दावली पिछले एक दशक में कैसी रही है।’’