Big news: Schools to be Re-open from this date, Plan to start studies in five steps
न्यूज़ डेस्क, नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस की वजह से तीन महीने से बंद पड़े स्कूल जल्द ही दोबारा खोल दिए जाएंगे। हालांकि कोरोना वायरस के कहर के बाद स्कूलों में पढ़ाई का तरीका अब पूरी तरह बदल जाएगा। पिछले कई दिनों से पेरेंट्स इस बात को लेकर असमंजस में थे कि स्कूल दोबारा कब खुलेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Human Resource Development Ministry) भी इस मामले में कई बयान जारी कर चुका है। हालांकि अब महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल दोबारा खोले जाने का फैसला कर लिया है।
11 पेज का दस्तावेज
दरअसल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चरणबद्ध तरीके से राज्य में दोबारा स्कूल खोले जाने को लेकर हरी झंडी दे दी है। यहां तक कि इस मामले में शिक्षा मंत्री से जल्द ही गाइडलाइंस जारी करने के लिए भी कहा गया है। इसके साथ ही स्कूल खोले जाने का स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर्स भी राज्य सरकार द्वारा जल्द ही बताया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल खोले जाने को लेकर 11 पेज का दस्तावेज तैयार किया है, जिसमें स्कूल खोले जाने की अनुमानित तारीखें भी हैं।
इन चरणों के तहत खुलेंगे स्कूल
1. क्लास 9th, 10th, 12th: पहले चरण में जुलाई से स्कूल खोले जाएंगे। इनमें नौवीं, दसवीं और 12वीं की पढ़ाई होगी। सरकार ने स्टूडेंट्स के अलावा टीचर्स, पेरेंट्स और आफिशियल्स के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के लिए कहा है।
2. क्लास 11th: दसवीं बोर्ड के नतीजों के ऐलान के बाद इस क्लास की पढ़ाई शुरू होगी, तब तक स्कूलों को एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
3. छठी से आठवीं क्लास तक : इन कक्षाओं की पढ़ाई के लिए अगस्त में पढ़ाई शुरू हो जाएगी, हालांकि ये अनुमानित समय ही है।
4. तीसरी से पांचवीं क्लास तक : इन कक्षाओं के लिए स्कूल खुलने का समय सितंबर से रखा गया है।
5. क्लास 1st और 2nd: इन कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करने पर स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को फैसला लेना होगा।
स्कूल खोले जाने के लिए ये भी ध्यान रखना जरूरी
1. संबंधित गांव या जिला जहां स्कूल मौजूद है, वहां कोविड19 का एक भी मरीज नहीं होना चाहिए।
2. टीचर्स को पढ़ाई में अधिक से अधिक तकनीक का इस्तेमाल करना होगा।
3. स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर्स के तहत स्कूल खुलने से पहले सभी हितधारकों को बैठक करनी होगी, जिसमें स्कूल खोलने के समय पर चर्चा की जाएगी। क्लास शुरू होने से पहले स्कूल को सैनिटाइज करना भी अनिवार्य होगा।
4. सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए अल्टरनेट दिन या शिफ्ट्स में क्लास लगेंगी, मास्क लगाना भी अनिवार्य होगा।
5. जिन स्कूलों का इस्तेमाल क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर किया गया था, उनकी अच्छी तरह सैनिटाइजेशन होगी। इसके लिए एक सर्टिफिकेट भी जारी किया जाएगा कि ये स्कूल अब कक्षाएं आयोजित करने के लिए पूरी तरह ठीक हैं।