Badals, Captain responsible for spoiling careers of Dalit students: Bhagwant Mann
Post-matric scholarship dues scam: AAP writes to National SC Commission, seeks judicial probe
‘आप’ सांसद ने एस.सी पोस्ट मैट्रिक वजीफा स्कीमों में करोड़ों के घपले और बकाया अरबों की राशि का मुद्दा राष्ट्रीय एस.सी कमिशन के पास उठाया
इंडिया न्यूज सेंटर,चण्डीगढ़ः आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने राष्ट्रीय एस.सी कमिशन को पत्र लिख कर एस.सी पोस्ट मैट्रिक वजीफा योजना में हुए करोड़ों रुपए के घपले की माननीय हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में समयबद्ध जांच की मांग की है। इसके साथ ही मान ने वर्ष 2016-17 से बकाया खड़ी 1850 करोड़ से अधिक की राशि केंद्र और पंजाब सरकार से तुरंत जारी करवाने की फरियाद की है।
‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने अकाली दल (बादल)-भाजपा और कांग्रेस को गरीब और दलित विरोधी जमात करार देते हुए दलित परिवार से सम्बन्धित प्रदेश के लाखों होनहार और होशियार दलित विद्यार्थियों का भविष्य तबाह करने की मिसाल दी। भगवंत मान ने आंकड़ों के हवाले से पिछली बादल और मौजूदा कैप्टन सरकार पर दलित विद्यार्थियों के अरबों रुपए खुर्द-बुर्द करने का गंभीर आरोप लगाया।
आप’ सांसद ने राष्ट्रीय एस.सी कमिशन को लिखी गई चिटठी में जहां एस.सी पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के अधीन फरवरी-मार्च 2019 को केंद्र की तरफ से जारी हुई 303.92 करोड़ की राशि से 248.11 करोड़ की राशि खुर्द -बुर्द होने समेत वर्ष 2012-13 से वर्ष 2019-20 तक जारी और बांटे गए समूचे फंड की बारीकी के साथ हाईकोर्ट /सुप्रीम की निगरानी में जांच मांगी है, वहीं 2016-17 से लेकर अब तक लाखों दलित विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय होने और दर्जनों सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षा संस्थाओं को हुए भारी वित्तीय नुक्सान का विवरण भी दिया है।
भगवंत मान ने बताया कि वर्ष 2016-17 (बादल सरकार) के समय से हजारों दलित उपभोक्ता विद्यार्थियों की वजीफा राशि का आज तक बकाया खडा है। इसी तरह वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में पंजाब में इस वजीफा स्कीम के अंतर्गत एक भी पैसा वितरित नहीं किया गया। जिस के लिए केंद्र और पंजाब सरकारें बराबर की जिम्मेदार हैं। भगवंत मान ने कहा कि सरकारों की दलित विद्यार्थियों विरोधी सोच और पहुंच का नतीजा यह निकला कि जहां वर्ष 2016-17 में पंजाब के विभिन्न सरकारी और प्राईवेट कालेजों/तकनीकी संस्थानों/यूनिवर्सिटी में सवा 3 लाख से अधिक दलित विद्यार्थी पोस्ट मैट्रिक वजीफा स्कीम के अधीन उच्च विद्या हासिल कर रहे थे, जो अब डेढ़ लाख (प्रति साल) से भी कम हो गए हैं।
भगवंत मान के अनुसार आंकड़े गवाह हैं कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने प्रति साल 2 लाख से अधिक दलित विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा से खाली किया है। भगवंत मान ने अपने पत्र में यह जानकारी दी कि एस.सी वजीफा स्कीम में घपले और सम्बन्धित संस्थाओं को बनती राशि जारी न होने के कारण अब तक 65 से अधिक शिक्षा संस्थान बंद हो चुके हैं और दर्जनों बंद होने की कगार पर हैं। जिस से हजारों की संख्या में अध्यापक और स्टाफ बेरोजगार हो गया है और हजारों के सिर पर नौकरियां छीनी जाने की तलवार आज भी लटकी हुई है।