इंडिया न्यूज सेंटर, अयोध्या: आज बाबरी विध्वंस की 24वीं बरसी है। साल1992 में जिन बच्चों के समय विध्वंस हुआ था वो आज जवान हो चुके हैं लेकिन उन्होंने अपने लडक़पन से जवानी की दहलीज तक में कभी अयोध्या को फलते-फूलते नहीं देखा। ना तो यहां मौलिक चीजें मसलन बिजली, पानी और सडक़ है और ना ही यहां कोई रोजगार के पर्याप्त साधन। वैसे अपनी भौतिक चीजों के लिए तो पूरा यूपी संघर्ष कर रहा है लेकिन अयोध्या ने तो अपने संघर्ष की हद ही पार कर दी है। अयोध्या की लड़कियां इसलिए आगे नहीं पढ़ पाती हैं क्योंकि उच्च शिक्षा के लिए फैजाबाद आना पड़ेगा जो उनके घर वाले कर नहीं सकते हैं और अयोध्या में पर्याप्त साधन नहीं हंै।