कोलंबो: पाकिस्तान के एक परिवार की छह साल की बच्ची मारिया दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी से पीडि़त है। बीमारी के कारण इस बच्ची के शरीर में बहुत दर्द होता है। अगर इस बच्ची का इलाज नहीं किया गया तो कुछ ही समय में वह चलने फिरने से भी लाचार हो जाएगी क्योंकि यह बीमारी उसकी रीढ़ की हड्डी को प्रभावित कर रही है। मारिया के पिता शाहिदुल्ला बताते हैं कि अमरीका के एक अस्पताल ने मारिया कामुफ्त इलाज हो सकता है लेकिन इस्लामाबाद स्थित अमरीकी दूतावास ने 2 बार उसके परिवार को अमरीकी वीजा देने से इंकार कर दिया है। वीजा न मिलने से पिता बहुत निराश हैं क्योंकि उनकी बच्ची का इलाज नहीं हो पा रहा। लाचार शाहिदुल्ला ने अब अमरीकी वकील और मीडिया से मदद मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने फेसबुक पर भी मदद की गुहार लगाते हुए अभियान शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि बेटी को बचाने का यही अंतिम तरीका है। अमरीका में इसी साल 2 नवंबर को को लडक़ी का इलाज किया जाना है। वह हर संभव व्यक्ति के सामने गुहार लगा रहे हैं कि मारिया का मामला अलग है। शाहिद रावलपिंडी में कंबलों की छोटी सी दुकान चलाते हंै।