-भाजपा को लगता है कि बादल का दूसरे दल भी नहीं करेंगे विरोध
-राष्ट्रपित चुनाव के लिए बादल कर चुके हैं इंकार
दविन्दर सिंह, जालंधर।
जुलाई 17 को होने वाले राष्ट्रपित के चुनाव को लेकर केन्द्रयी सत्ताधारी पार्टी (भाजपा) शिरोमणि अकाली दल बादल (शिअद) के सुप्रीमो व पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल को अपना प्रत्याशी घोषित करना चाहती है। इसका मुख्य कारण है कि के केन्द्रीय सत्ताधारी पार्टी के पास कुछ वोटों की कमी। माना जा रहा है कि अगर भाजपा अारएसएस के किसी नेता पर विश्वास दिखाती है तो विपक्ष इसका कड़ा विरोध करेगा। इसलिए सत्ता में काबिज भाजपा जानती है कि अकाली दल के सुप्रीमो को दूसरे दलों के वोट भी पड़ सकते हैं। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल साफ तौर पर इंकार कर चुके हैं लेकिन राजनीति से जुड़े लोग बताते हैं कि अगर खुद पीएम नरेन्द्र मोदी बादल को प्रत्याशी बनने के लिए कहेंगे तो वह इंकार नहीं करेंगे। बादल ने साफ किया है कि वह पंजाब में ही रहकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आते ही सत्ताधारी बीजेपी ने सोमवार को 3 सदस्यीय कमेटी के गठन कर दिया है। राजनीति से जुड़े लोगों के मुताबिक भाजपा अपने सहयोगी दलों में भी विश्वास पैदा करने और एनसीपी जैसे दल को साथ लाने के लिए बादल पर दांव खेल सकती है। भाजपा का मानना है कि बादल के नाम पर न केवल एनडीए नहीं बल्कि यूपीए की कुछ पार्टियां एनसीपी भी सहमति दे सकती हैं। एनसीपी के एक शीर्ष नेता ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से हमें बादल साहिब के बारे में संकेत मिला। उनका विरोध करना मुश्किल होगा। अकालियों के साथ इमर्जेंसी के खिलाफ लड़ने वाली डीएमके जैसी पार्टियां भी उनके नाम को चुनौती नहीं देंगी।' इसका एक अोर कारण है कि बादल का राजनीति में कोई अधिक विरोध नहीं है। दूसरी पार्टियां भी उन्हें वरिष्ठ नेता के रूप में देखती हैं। जिन नेताअों को भाजपा अपना प्रत्याशी बनाना चाहती है, उन पर अभी केस चल रहा है, उन्हें क्लीन चिट नहीं मिली है।
एनसीपी के नेता व विपक्षी नेताओं की उप-कमेटी के सदस्य तारिक अनवर का कहना है कि बीजेपी अारएसएस के किसी नेता को ही अपना प्रत्याशी बनाएगी। पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल को प्रत्याशी बनाना बीजेपी के लिए मुश्किल है। सरकार के पास बस 24000 वोट ही कम हैं। विपक्ष की नजरें भी भाजपा के प्रत्याशी पर हैं इसलिए तारिक का कहना है कि अगर उन्हें अपना प्रत्याशी उतारना है तो वह 24 जून तक फैसला करेंगे।