Farmers, Rahul Gandhi will meet on their demands
मंदसौर : देशभर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों से बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुलाकात करने वाले हैं। यह मुलाकात मध्यप्रदेश के मंदसौर में होगी किसानों से मुलाकात के दौरान ही राहुल पिछले साल इसी जगह पर किसानों पर पुलिस गोलीबारी की पहली बरसी के मौके पर ‘किसान समृद्धि श्रद्धांजलि सभा’ को संबोधित करेंगे। यह सभा पिपलियामंडी में आयोजित की जाएगी। आज होने वाली राहुल की इस रैली को लोकसभा चुनाव 2019 की प्रचार की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है।
प्रशासन ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए देशभर के तमाम हिस्सों से किसानों का जमावड़ा यहां पर लगने वाला है, जिसको देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं| किसी तरह की अनहोनी ना हो इसलिए पूरे इलाके में सुरक्षा बलों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है|
गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिजन भी राहुल के साथ साझा करेंगे मंच
बताया जा रहा है कि मंदसौर गोलीकांड में मारे गए लोगों के कुछ परिजन भी राहुल के साथ मंच सांझा करेंगे. पार्टी सूत्रों का कहना है कि गोलीकांड में मारे गए लोगों के परिजनों को सभा के एंट्री कार्ड बनाकर दिए गए हैं| राहुल गांधी के मंदसौर दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है| आईजी मकरंद देउस्कर का कहना है कि मंदसौर और आस-पास के जिलों में पर्याप्त फोर्स तैनात कर दी गई है. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के सभी इंतजाम कर लिए गए हैं. माहौल को बिगाड़ने वालों पर पुलिस की खास नजर है| सभा क्षेत्र की निगरानी के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं|
राहुल के कार्यक्रम पर एक नजर
कांग्रेस कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी दोपहर लगभग 12.20 बजे चार्टर्ड प्लेन से मंदसौर हवाई पट्टी पर उतरेंगे. वहां से हेलीकॉप्टर से 12.45 बजे सभा स्थल पिपलियामंडी पहुंचेंगे. वह दोपहर तीन बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे..
कांग्रेस के प्रमुख नेता करेंगे कार्यक्रम में शिरकत
पिपालियामंडी में आयोजित इस सभा में कांग्रेस के प्रमुख नेता कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांतिलाल भूरिया, दिग्विजय सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे। “मंदसौर में गोलीकांड की पहली बरसी पर बड़ी संख्या में देशभर से किसान नेता यहां पहुंच रहे हैं.” गौरतलब है कि बीते साल इसी दिन पुलिस की गोलीबारी में छह किसानों की मौत हुई थी जबकि पुलिस की पिटाई से एक किसान ने दम तोड़ दिया था।
अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
एक जून को देश के कई राज्यों के किसान संगठनों ने विभिन्न मांगों को लेकर 10 दिन का गांव बंद आंदोलन शुरू किया था। मध्य प्रदेश से शुरू हुआ यह आंदोलन राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में देखने को मिला. यहां किसानों ने मंदसौर में पिछले साल 6 जून को प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है। आंदोलन की शुरुआत करते ही किसानों ने कहा था कि वह इस दौरान फल, सब्जियां और दूध की सप्लाई शहरों में नहीं होने देंगे|
क्या है किसानों की मांग
देश के किसानों का सारा ऋण एक साथ माफ किया जाए. सभी फसलों पर लागत के आधार पर डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य को बढ़ाया जाए। छोटे किसान या फिर किसी अन्य की भूमि पर खेती करने वाले किसानों की आय मासिक तौर पर निर्धारित होनी चाहिए|