इंडिया न्यूज सेंटर, लखनऊ। बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर रविवार को कांशीराम स्मारक पर बड़ी रैली ऑर्गनाइज की गई है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी, सतीश चंद्र मिश्र, राम अचल राजभर मंच पर मौजूद हैं। इस रैली में प्रदेशभर से कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 19 ट्रेनें और 210 बसें बुक की गई थीं, जो राजधानी पहुंच चुकी हैं। वहीं, रैली में भगदड़ से कानपुर की एक महिला की मौत हो गई है। मायावती ने अपने पुराने अंदाज में इस बार भी भाजपा के साथ ही सपा पर भी हमला बोला। मायावती ने कहा कि प्रदेश में लूट, डकैती की घटनाएं बढ़ गई हैं। प्रदेश के गरीब लोगों पर जो करोड़ों रुपए खर्च होने चाहिए थे, उन्हें मीडिया में प्रचार करने के लिए खर्च कर दिया गया। यूपी में जो काम हुए हैं, उनकी शुरुआत बसपा सरकार में ही हो चुकी थी। यूपी सरकार ने कई योजनाओं का केवल नाम बदला है। यूपी में कानून व्यवस्था का हाल बुरा है। मुजफ्फरनगर, दादरी इसी के परिणाम हैं। यूपी में गुंडागर्दी चरम पर है। नरेंद्र मोदी ने जो चुनावी वादे किए थे, उन्हें ढाई साल में भी पूरा नहीं किया है। यूपी में बीएसपी सरकार बेहद जरूरी है। विकास के नाम पर सपा सरकार ने केवल घोषणाएं की हैं। केंद्र सरकार की ओर से किसी को मकान नहीं मिला। किसी को रोजगार नहीं मिला है। किसानों के खेती करने के संसाधन सस्ते नहीं हुए हैं। इस सरकार से सभी दुखी हैं। कारखानों को खोले जाने की बात थी, वह वादा भी पूरा नहीं हुआ। ढाई साल में महंगाई कम नहीं हुई है। मोदी जी ने कहा था कि काले धन को 100 दिनों में वापस लाकर प्रत्येक परिवार को 15 से 20 लाख दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। बीजेपी के लोग कांग्रेस की तरह काले धन को सफेद करने में लगे हैं। जनधन, पेंशन योजनाएं जो बीजेपी ने शुरू की है, उसका फायदा उद्योगपतियों को मिल रहा है। उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की वकालत की।