इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: शांत, शालीन, शक्तिशाली मां दुर्गा को देवी पार्वती का भी रूप माना जाता है। नवरात्रों में इनके 9 रूपों की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, खुद मां दुर्गा अपने आप में पूरा एक संदेश हैं? उनकी आंखें, उनकी मुस्कान या फिर उनके पैर हर बात का एक मतलब है, तो चलिए आज आपको मां दुर्गा के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताते हैं। मां दुर्गा की बड़ी-बड़ी आंखें प्रतीक हैं, दूर दृष्टि की। सब को एक बराबर देखने का भी प्रतीक हैं मां दुर्गा की आंखें। आपने गौर किया होगा कि मां दुर्गा की प्रतिमा राक्षस वध के दौरान भी मुस्कान से भरी होती है। इसके पीछे का संदेश है कि परिस्थिति कैसी भी हो हमें मुस्कुराते हुए उसका सामना करना चाहिए। सिर्फ भगवान शिव की ही नहीं, बल्कि मां दुर्गा की भी तीसरी आंख है। ये प्रतीक है शक्ति का। महिला और पुरूष की समानता का। मां दुर्गा का चमकता चेहरा किसी को भी आकर्षित कर देता है। इस चमक का मतलब होता है भव्यता। मां दुर्गा का प्रमुख शस्त्र त्रिशूल है। इससे ही वो राक्षसों का वध करती हैं। त्रिशूल प्रतीक है इच्छा शक्ति का। मां दुर्गा की प्रतिमा में आपने देखा होगा कि राक्षस वध के वक्त उन्होंने उसकी छाती पर पैर रखा हुआ है। इसका मतलब है कि कभी भी बुराई को ऊपर उठने नहीं देना चाहिए। मां दुर्गा शक्ति का प्रतीक हैं और शेर उनकी सवारी है। इस सवारी का भी एक मतलब है। शेर, राजा, शक्ति, भव्यता और जीत का प्रतिक होता है।