इंडिया न्यूज सेंटर, हिसार: एक बार फिर हरियाणा के हिसार जिले के मिर्चपुर गांव का माहौल गर्म हो गया है। करीब छह साल बाद दोबारा जाट और दलित समुदाय के लोगों में झगड़ा हुआ है। सोमवार रात किसी मुद्दे पर कहासुनी हो जाने के बाद लगभग 20 लोगों द्वारा किए गए कथित हमले में करीब नौ दलित घायल हो हुए हैं। इस गांव से सीआरपीएफ के जवानों को पिछले ही महीने हटाया गया है। आपको बता दें कि ये बल छह साल पहले अंतरजातीय हिंसा में दो लोगों को जिंदा जला दिए जाने के बाद से तैनात थे। पुलिस के मुताबिक सोमवार रात को ग्रामीण एक साइकिल शो देख रहे थे। तभी वहां मौजूद लोगों ने रेस जीतने वाले एक दलित युवा पर कथित तौर पर जाति संबंधी टिप्पणी कर दी। जिसके बाद दलितों ने इसपर आपत्ति जताई तो दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने उनपर हमला बोल दिया। घटना के बाद बड़ी संख्या में दलित मिर्चपुर पुलिस चौकी के बाहर एकत्र हो गए और उन्होंने प्रदर्शन करते हुए पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए। घटना की जानकारी मिलने पर सोमवार रात पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार मीणा और उपायुक्त निखिल गजराज ने अन्य अधिकारियों एवं पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचकर स्थानीय लोगों से मुलाकात भी की थी। दलितों ने प्रशासन से मांग की है कि या तो उनका पुनर्वास कराया जाए या फिर गांव में सीआरपीएफ तैनात करवाई जाए। इसके बिना वे यहां सुरक्षित नहीं रह सकते। एसपी राजेंद्र कुमार मीणा मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करवाया है।