` मुजफ्फरनगर-खतौली रेल दुर्घटना मामले में रेल मंत्रालय की सबसे बड़ी कारर्वाई,रेलवे के 8 अधिकारियों पर गिरी गाज

मुजफ्फरनगर-खतौली रेल दुर्घटना मामले में रेल मंत्रालय की सबसे बड़ी कारर्वाई,रेलवे के 8 अधिकारियों पर गिरी गाज

In the Muzaffarnagar-Khatauli Railway Accident case, the biggest action taken by the Ministry of Railways on the 8 railway officials share via Whatsapp

जीएम-डीआरएम समेत रेलवे बोर्ड मेंबर को छुट्टी पर भेजा गया

इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः 
पश्चिमी उततर प्रदेश के जनपद खतौली में शनिवर शाम 18477 कलिंग उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे  पर रेल मंत्रालय ने अपने आठ अधिकारियों के विरुद्ध अब तक की सबसे कठोर कार्रवाई की है। रेलवे बोर्ड में सदस्य (इंजीनियरिंग), उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक और दिल्ली डिवीजन के  मंडल रेल प्रबंधक को तत्काल प्रभाव से छुट्टी पर भेज दिया गया है। रेल मंत्रालय ने उत्तर रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर का तबादला करने के साथ साथ वरिष्ठ मंडल अधीक्षण अभियंता सहित चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। रेलवे बोर्ड में सदस्य (इंजीनियरिंग) आदित्य कुमार मित्तल, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आर.एन. कुलश्रेष्ठ और दिल्ली डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक आर.एन. सिंह को छुट्टी पर भेजा गया है। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक एम.सी. चौहान को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक का तथा रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (टेलीकॉम) अंशुल गुप्ता को दिल्ली के डीआरएम का कार्यभार सौंपा गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उत्तर रेलवे के मुख्य ट्रैक अभियंता आलोक अंसल का तबादला कर दिया गया है, जबकि दिल्ली के वरिष्ठ मंडल अभियंता आर के वर्मा, सहायक अभियंता मेरठ रोहित कुमार, वरिष्ठ खंड अभियंता मुजफ्फरनगर इंदरजीत सिंह और कनिष्ठ अभियंता खतौली प्रदीप कुमार को निलंबित किया गया है। इस प्रकार से किसी रेल दुर्घटना के मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए रेलवे बोर्ड में शीर्षतम स्तर पर जवाबदेही तय की गयी है। इस दुर्घटना में मानवीय लापरवाही के संकेत सामने आने के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने सुबह ट्वीट करके बताया था कि उन्होंने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए.के. मित्तल को आज ही दुर्घटना की जिम्मेदारी तय करने को कहा था। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि रेलवे बोर्ड द्वारा रेल परिचालन में कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को आज ही आरंभिक सबूतों के आधार पर जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया है। कल शाम करीब पौने छह बजे हुई इस दुर्घटना में 23 यात्रियों के मरने की पुष्टि हुई है। हालांकि, एक यात्री के मेरठ अस्पताल में आज सुबह मृत्यु की सूचना मिली है। हादसे में सैकड़ों यात्री घायल हुए हैं, लेकिन रेलवे बोर्ड ने मृतकों की संख्या 20 और घायलों की संख्या 92 बतायी है, जिनमें 22 यात्रियों की हालत गंभीर है। कल शाम दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कल रात ही दुर्घटनास्थल पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की थी। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) का दावा है कि दुर्घटनास्थल पर रेल पटरी की मरम्मत का काम चल रहा था। मरम्मत के समय रेलगाडिय़ों की रफ्तार उस स्थान पर धीमी हो जाती है, लेकिन कल दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन की रफ्तार 105 किलोमीटर प्रति घंटे थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले उसी पटरी से दो रेलगाड़यिां गुजरी थीं, लेकिन उनकी रफ्तार धीमी थी। कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 14 डिब्बे शाम पांच बजकर 46 मिनट पर पटरी से उतरे थे। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन का एक डिब्बा रेल पटरी के पास स्थित एक मकान में घुस गया, जिसके मालिक को भी मामूली चोट आयी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सूत्रों के अनुसार रेलमार्ग से दुर्घटनाग्रस्त कोच हटा लिये गये हैं और पटरी भी करीब करीब बिछा दी गयी है। रात दस बजे तक दिल्ली-देहरादून रेल मार्ग पर यातायात बहाल होने की संभावना है। स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने घटनास्थल पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया और रेल अधिकारियों से बातचीत कर राहत कार्यो की समीक्षा की।

In the Muzaffarnagar-Khatauli Railway Accident case, the biggest action taken by the Ministry of Railways on the 8 railway officials

OJSS Best website company in jalandhar
Source: INDIA NEWS CENTRE

Leave a comment






11

Latest post