` मुजफ्फरनगर- ठाकुरों और दलितों के बीच गोलियां चली, 18 लोग घायल, मौके पर फोर्स तैनात

मुजफ्फरनगर- ठाकुरों और दलितों के बीच गोलियां चली, 18 लोग घायल, मौके पर फोर्स तैनात

Bloody conflicts in Dalits and Thakurs, 18 people injured, police force deployed on spot share via Whatsapp

प्रवीण वर्मा,मुजफ्फरनगरः उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ठाकुर बहुल गांव भूपखेड़ी में छेड़छाड़ की घटना को लेकर दलित और ठाकुर बिरादरी के लोगों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। फायरिंग और पथराव से अफरातफरी मच गई। हमलावरों ने अंबेडकर की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। हमले में दोनों पक्षों से करीब 18 लोग घायल हो गए है। एक पक्ष के लोगों ने पुलिस पर भी पथराव किया। मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने बमुश्किल स्थिति को संभाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने लाठियां चलाकर कर भीड़ को वहां से भगाया। सूचना पर एडीएम, एसपी देहात और एसडीएम गांव पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। गांव में तनाव के मद्देनजर पुलिस, पीएसी तैनात की गई है। रतनपुरी के गांव भूपखेड़ी में गुरु समनदास जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में बुधवार रात दलित बस्ती में स्थित संत शिरोमणि गुरु रविदास आश्रम में सत्संग चल रहा था, जिसमें दलित समाज की युवतियां भी शामिल थीं। आरोप है कि रात में सत्संग के दौरान ठाकुर समाज के युवकों ने दलित युवतियों से छेड़छाड़ कर दी। विरोध करने पर दलित और ठाकुर समाज के लोग आमने-सामने आ गए थे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर रात में मामला शांत करा दिया था। बृहस्पतिवार सुबह छेड़छाड़ की घटना को लेकर फिर दलित और ठाकुर समाज के युवकों में मारपीट हो गई। मारपीट को लेकर दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। धारदार हथियारों से एक-दूसरे पर हमले किए गए। ठाकुर समाज के लोगों ने फायरिंग करते हुए पथराव करना शुरू कर दिया। जवाब में दलितों की ओर से भी पथराव हुआ। गांव में अफरातफरी मच गई। इसी बीच बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सूचना मिलने पर रतनपुरी पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया। इस घटना को लेकर गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव फैल गया। थाना खतौली, मंसूरपुर, शाहपुर आदि कई थानों की पुलिस व पीएसी बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने बमुश्किल स्थिति को संभाला। पुलिस ने लाठियां चलाकर कर भीड़ को खदेड़ा।
हमले में दलित पक्ष से प्रकाश पुत्र संतोष, संतोष पुत्र रतिया, टेका पुत्र नत्थन, ओमपाल पुत्र रतिया, संदीप पुत्र ओमदास, अंकित पुत्र रामभूल, राहुल पुत्र सतनाम, गुड्डन पुत्र ओमी, अमित व अवनीश पुत्रगण नत्थन और ठाकुर समाज की ओर से तन्नु पुत्र पवन, संदीप पुत्र गुल्लू, आकाश व गौरव पुत्रगण धीरज समेत 18 लोग घायल हो गए।

घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया
पुलिस ने घायलों को खतौली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां पर गंभीर रूप से घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर एडीएम प्रशासन हरीशचंद्र, एसपी देहात अजय सहदेव, एसडीएम खतौली कन्हई सिंह, सीओ बुढ़ाना हरिराम यादव गांव पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से घटना के बारे में पूछताछ की और क्षतिग्रस्त अंबेडकर की मूर्ति को कपड़े से ढकवाया। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने सर्च अभियान में धीरज समेत कई लोगों को हिरासत में लिया। दलित समाज की ओर से सोमपाल पुत्र रतिया ने पुलिस को तहरीर दी है। गांव में दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए भारी पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया है। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण शांति बनी है। रात में  एसपी देहात, सीओ बुढ़ाना और एसडीएम खतौली को गांव में ही कैंप करने के निर्देश दिए हैं। 

दलित महिलाएं धरना देकर बैठीं

गांव में दलित महिलाओं ने अंबेडकर प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने को लेकर आक्रोश प्रकट करते हुए धरना दिया। दलित महिलाओं का आरोप था कि ठाकुर समाज के लोगों ने उनकी बेटियों से छेड़छाड़ की और विरोध करने पर उनके परिवारों पर हमला बोल दिया। हमलावर हाथों में धारदार हथियार, रायफल और तमंचे लेकर आए थे। हमलावरों ने जान-बूझकर अंबेडकर की प्रतिमा भी क्षतिग्रस्त कर दी। मौके पर पहुंचे एडीएम और एसपी देहात के समक्ष महिलाओं ने आक्रोश प्रकट किया। अधिकारियों ने हमलावरों के विरुद्ध कार्रवई का आश्वासन देकर महिलाओं को शांत किया।

पुलिस को विरोध झेलना पड़ा

 18 लोग घायल

पुलिस को दलितों का विरोध झेलना पड़ा। दलित समाज के लोगों का कहना था कि बुधवार रात छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों को पुलिस रात में ही कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लेती तो उनके साथ यह घटना नहीं घटती। दलितों ने पर पुलिस पर ठाकुर समाज के दबाव में कार्रवाई नहीं करने का भी आरोप लगाया। दलितों में घटना को लेकर भय व्याप्त है। उनका कहना है कि गांव भूपखेड़ी ठाकुर बहुल गांव है। आसपास के गांवों में ठाकुर समाज के लोगों की संख्या अधिक है। अब ठाकुर समाज के लोग उन्हें गांव में नहीं रहने देंगे। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर दलितों को शांत किया।

अस्पताल में हंगामा 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खतौली में ठाकुर समाज के लोग उनके पक्ष से घायल तन्नु, संदीप, आकाश व गौरव की डॉक्टरी कराने पहुंचे। रतनपुरी पुलिस भी साथ आई थी। पुलिस ने खतौली अस्पताल में डॉक्टरी कराने से इंकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि वे घायलों की डॉक्टरी बुढ़ाना के अस्पताल में कराएंगे। इसी बात को लेकर ठाकुर समाज के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान पुलिस के साथ भी नोंकझोक हुई। हंगामे की सूचना पर सीओ बुढ़ाना हरिराम यादव अस्पताल पहुंचे। सीओ ने घायलों की डॉक्टरी करवाई।

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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