इंडोनेशियाः दुनिया में तरह-तरह के लोग, तरह की सोच, तरह तरह की परम्पराएं और तरह-तरह का खानपान है। लेनिकन इंडोनेशिया के पापुआ प्रांत के घने जंगलों में रहतीइस जनजाति को नरभक्षी भी कहा जाता है। बतां दें कि यहां पर वेश्यावृत्ति बहुत अधिक होती थी। इस जनजाति की खोज सन् 1974 में हुई थी। उससे पहले इनके बारे में कोई भी नहीं जानता था। इसके बाद यहां पर लोगों का आना-जाना शुरू हो गया, जिससे वेश्यावृत्ति बढ़ने लगी लेकिन 1999 में ये सबकुछ बंद हो गया। इस जनजाति के लोग बाहरी दुनिया से दूर रहते हैं। ये लोग पेड़ों पर बने घरों में रहते हैं। खुद को सुरक्षित रखने के लिए ये लोग पेड़ पर रहते हैं। यह जनजाति आजीविका के लिए शिकार करते हैं और इनका निशाना भी बेहतर होता हैं। कोरोवाई जनजाति अराफुरा सागर से तकरीबन 150 किमी की दूरी पर रहती है। कहते हैं कि यह जनजाति पहले इंसानों को भी खा जाया करती थी। ये लोग अंधविश्वास को बहुत मानते हैं, जिसकी वजह से इंसानों को भी मारकर खा जाते हैं।