इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना में उच्च गुणवत्ता के स्तर को बनाए रखने के उद्देश्य से उत्तर रेलवे ने कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग से गुणवत्ता प्रबंधन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन रियासी कैंपस, जम्मू-कश्मीर में किया गया। कार्यक्रम के निदेशक शशांक एम वैद्य, निदेशक, जैम एंगसर्व, मुम्बई थेे। शशांक एम वैद्य को ब्रह्मपुत्र नदी पर बड़े रेलवे पुलों के निर्माण का बहुत ही अच्छा ज्ञान और अनुभव है। कार्यक्रम में इस परियोजना पर कार्य करने वाले मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/ यूएसबीआरएल, अनुराग कुमार सचान व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे । प्रशिक्षण में यूएसबीआरएल के सभी स्तर के सत्तर इंजीनियरों व कर्मचारियों ने भाग लिया । प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषयों में फिलोस्फी एंड प्रैक्टिस ऑफ क्वालिटी मैनेजमेंट, क्वालिटी मैनजमेंट कंक्रीट कंस्ट्रक्शन जैसे विषय शामिल रहे। कार्यक्रम के भाग के रूप में सुरंग टी-5, बक्कल की लैबोरेट्री साइट व चिनाब नदी पुल की कौड़ी साइट तक एक फील्ड ट्रिप आयोजित किया गया। वैद्य ने क्वालिटी कंट्रोल एवं क्वालिटी विश्वसनीयता के महत्व तथा प्रक्रियाओं के प्रभावी कार्य निष्पादन पर बल दिया।
यूएसबीआरएल परियोजना की पृष्ठभूमि : उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) राष्ट्रीय परियोजना है जो कश्मीर घाटी के विभिन्न भागों को परस्पर व भारत के शेष भागों को रेल नेटवर्क के जरिए जम्मू-कश्मीर क्षेत्र को जोड़ती है। भारतीय उपमहाद्वीप में यह परियोजना बेहद कठिन परियोजना है । यह परियोजना हिमालय से होकर गुजरती है, जो भौगोलिक आश्चर्यों से परिपूर्ण है और यह रेल लाइन लगभग दुर्गम क्षेत्रों से ही होकर गुजरती है। उधमपुर से बारामूला तक इस लाइन की लंबाई 272 किलोमीटर है । अनेक चुनौतियां होने के बावजूद इस परियोजना का बड़ा भाग पूरा कर दिया गया है। उधमपुर-कटरा (25 किमी0) व बनिहाल-बारामूला (136 किमी0) के बीच रेल सेवा पहले से शुरू कर दी गई है । कटरा-बनिहाल (111 किमी) के बीच शेष भाग में कार्य तेज गति से चल रहा है। परियोजना का कटरा-बनिहाल सेक्शन बहुत ही कठिन क्षेत्र है। इस सेक्शन में पुलों तथा सुरंगों का कार्य किया जा रहा है। चिनाब नदी पर पुल (आर्क ब्रिज, 467 मीटर सिंगल आर्क तथा 359 मीटर ऊंचा होगा) तथा अंजी पर (केबल स्टेड ब्रिज 687 मीटर लंबा होगा) भारतीय रेलवे पर अपनी तरह के अनूठे पुल होंगे। सुरंग संख्या टी-49 जो 12.5 किमी लंबी है, देश में सबसे लंबी परिवहन सुरंग होगी। कटरा-बनिहाल के बीच 111 किमी सेक्शन में 27 सुरंगें हैं जिनकी लंबाई 97 किमी है । इस स्ट्रेच में कार्य कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड तथा भारतीय रेल निर्माण कंपनी द्वारा किया जा रहा है ।