नौकरी भी जाएगी और आयकर विभाग से उसकी संपति की भी जांच कराई जाएगी
इंडिया न्यूज सेंटर,लखनऊः यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टर्स के खिलाफ अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसके तहत प्राइवेट अस्पतालों में प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया से सिफारिश की जाएगी तो साथ ही उस प्राइवेट अस्पताल का लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा। इसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से भी ऐसे डॉक्टर्स की संपत्ति की जांच करने की सिफारिश की जाएगी। यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक़ इस बारे में उनकी सरकार ने कल ही इस संबध में आदेश भी जारी कर दिए है। उनके मुताबिक़ प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स को बर्खास्त कर उनके खिलाफ केस भी दर्ज कराया जाएगा। मंत्री सिद्धार्थनाथ का कहना है कि सरकार ने ऐसे डॉक्टर्स पर अब पूरी तरह शिकंजा कसने के फैसला किया है और उन्हें अब किसी भी कीमत पर माफ़ नहीं किया जाएगा। सिद्धार्थनाथ के मुताबिक़ उनकी सरकार प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डाक्टरों पर शिकंजा कस रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ उन्हें बर्खास्त कर जेल भेजने की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही प्रैक्टिस कराने वाले प्राइवेट अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट व एमसीआई से कार्रवाई की सिफारिश करने के अलावा सरकारी डॉक्टर्स को तमाम सुविधाएं भी देने का फैसला किया है। उनके मुताबिक़ इसके तहत सरकारी डाक्टरों की भर्ती अब बिड यानी बोली के आधार पर की जाएगी। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों की पीएचसी में डॉक्टर्स के लिए कैम्पस में ही सात फ़्लैट बनाए जाएंगे तो साथ ही कई दूसरी सुविधाएं भी दी जाएंगी।