Yogi government does not have the courage to investigate CBI: Bahujan Vijay Party
अशफाक़ अहमद खां
लखनऊः बहुजन विजय पार्टी ने देवरिया नारी संरक्षण गृह प्रकरण में आज कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी वास्तव में इस प्रकरण पर गंभीर हैं तो तत्काल महिला कल्याण मंत्री को मंत्रिमंडल से हटायें क्योंकि महिला होने के बावजूद अपने कर्तव्यपालन में वे विफल रही हैं। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि चूंकि सत्ता दल के लोग इस प्रकरण में शामिल हैं लिहाजा कुछ दिनों के हो-हल्ला के बाद इस प्रकरण को बन्द करने का प्रयास प्रदेश सरकार निश्चित रूप से करेगी। बहुजन विजय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चन्द्र ने कहा कि अगर सरकार में साहस हो तो सीबीआई जांच करायें। सम्पूर्ण विपक्ष की मांग के बावजूद सरकार ने सीबीआई जांच कराने की घोषणा नहीं की है जिससे साफ पता चलता है कि वह अपराधियों को बचाने में अपनी पूरी ताकत लगायेगी तथा घटना का अल्पीकरण करेगी। उन्होंने कहा कि अपने स्तर पर जांच का मतलब ही क्या है? यह महज एक दिखावा है। उन्नाव प्रकरण में बेहद हंगामे के बाद ही सीबीआई जांच हुई थी। देवरिया प्रकरण में सरकार पहले भी सोती रही है तथा आगे भी उसकी यही दशा दिखाई देती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि वास्तव में सत्ता के संरक्षण में ही यह सारा खेल हो रहा था तथा 23 जून 2017 का एफआईआर का स्पष्ट आदेश भी एक वर्षों से मारा-मारा फिर रहा था। चूंकि इसमें सत्ता दल के लोग शामिल हैं इसलिए पहले तो एफआईआर तक नहीं की जा रही थी। लेकिन अब अगर यह प्रकरण खुल ही गया तो किसी भी कीमत पर सरकार सीबीआई जांच नहीं करायेगी। उन्होंने कहा कि दिखावे के बजाए अगर सरकार सचमूच निष्पक्ष जांच कराना चाहती है तो अविलम्ब सीबीआई जांच कराये। बीवीपी अध्यक्ष ने सनसनीखेज रहस्योद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले लगभग 2 दशकों से यह गंदा खेल चल रहा था, पहले भी जो सरकारें आती रही है उन सब का संरक्षण इस संस्था को रहा है। उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में अगर निष्पक्ष जांच हो तो अनगिनत सरकारी अधिकारी, अनुदान देने वाली सरकारी संस्थाओं के अधिकारीगण व समय-समय पर सत्ता दलों के नेता इसमें फसेंगे। उन्होंने कहा कि वास्तव में संस्था संचालिका सरकारी अनुदान लेने के लिए सरकारी अधिकारियों व सत्ता दल के नेताओं के पास लड़कियों को भेजती थी। देवरिया के सांसद कलराज मिश्र के बयान ‘अभी तक महिलाओं व बच्चियों से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है’ को निहायत घृणित, गैरजिम्मेदाराना व शर्मनाक बताते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें दुष्कर्मियों का रहनुमा बताया तथा कहा कि भाजपा सांसद का यह बयान भाजपा की मानसिकता को व्यक्त करता है।