कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजमाता की चिता को अग्रि दिखाई
पंजाब के राज्यपाल , हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, अनेकों राजनीतिक नेता और आम लोगों द्वारा राजमाता को श्रद्धाजंलि
इंडिया न्यूज सेंटर,पटियालाः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अपनी माता राजमाता मोहिन्द्र कौर की चिता को अग्रि दिखाकर उनको भावभिंनी विदायगी दी। राजमाता मोहिन्द्र कौर का आज शाही समाधों में अंतिम संस्कार कर दिया गया जहां बड़ी संख्या में लोगों ने उनको अंतिम विदायगी दी। परिवार के पूर्वजों के श्मशान घाट ‘शाही समाधों’ में राजमाता की चिता को अग्रि दिखाने से सारा माहौल आंसूओं में डूब गया। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अपने भाई मलविन्द्र सिंह और पुत्र रणईंद्र सिंह के साथ चिता को अग्रि दिखाई। इस मौके पर परिवार के नजदीकी रिश्तेदारों में कैप्टन अमरिंदर सिंह के बहनोई पूर्व केन्द्रीय मंत्री कंवर नटवर सिंह और मेजर कंवलजीत सिंह ढिल्लो भी अपने पुत्रों के साथ मौजूद थे। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पौते /दोहते निरवान सिंह, अंगद सिंह और यादविन्द्र सिंह भी अंतिम रस्मों में मौजूद थे। राजमाता की अंतिम विदायगी के समय विभिंन वर्गो और आम लोगों के भारी एकत्र के अतिरिक्त राजनीतिक, धार्मिक और प्रशासकीय नेता भी मौजूद थे। आज सुबह मोती महल में भी बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी लोकप्रिय नेता राजमाता को भावभिंनी विदायगी दी। राजमाता को श्रद्धाजंलियां भेंट करने वालों में पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुडडा, पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा केपी सिंह, डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भटटी, केबिनेट मँत्री ब्रहम महिन्द्रा, मनप्रीत सिंह बादल, राणा गुरजीत सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू, साधू सिंह धर्मसोत, सांसद संतोख चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री राजिन्द्र कौर भटटी, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़, मुख्यमंत्री के सलाहकार बीआईएस चाहल के अतिरिक्त शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान परमजीत सिंह सरना और हरविन्द्र सिंह सरना भी शामिल थे। इन के अतिरिक्त पंजाब के उच्च सिविल और पुलिस अधिकारियों ने भी दिवग्त आत्मा को श्रद्धाजंलि भेंट की। पार्टी मार्ग से उपर उठकर बहुत से प्रसिद्ध राजनीतिक नेता भी राजमाता मोहिन्द्र कौर को श्रद्धाजंलियां देने के लिए पहुंचे उनमें आप पार्टी सांसद धर्मवीर गांधी, अपना पंजाब पार्टी के प्रधान सुच्चा सिंह छोटपुर, शिअद अमृतसर के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान, शिअद के विधायक परमिन्द्र सिंह ढींडसा, एनके शर्मा और त्रिणमूल कांग्रेस पंजाब ईकाई के नेता जगमीत सिंह बराड़ शामिल थे। इन सभी नेताओं ने दुखी परिवार के साथ अपना दुख सांझा किया और दिवग्त आत्मा को श्रद्धाजंलिया भेंट की। विभिंन सम्प्रदायों से संबंधित विभिंन धार्मिक नेताओं ने शाही समाधों में दिवग्त आत्मा की शांति के लिए अरदास की। इससे पहले राजमाता की अंतिम यात्रा मोती बाग महल से शुरू हुई ओर पटियाला के विभिंन मार्गो से होती हुई श्मशान घाटन पहुंची इस मौके पर विभिंन सडक़ों पर खड़े बड़ी संख्या में लोगों ने राजमाता को अंतिम विदायगी दी। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने भाई मलविन्द्र सिंह और पुत्र रणइंद्र सिंह और पौते/दोहते निरवान सिंह , अंगद सिंह और यादविन्द्र सिंह के साथ फूलों से लदी राजमाता को ले जाने वाली गाडी में सवार होकर संस्कार वाले स्थान पहुंचे। शाही समाधों में भावुक हुये अमरिंदर सिंह ने अपने भाई और परिवार के अन्य सदस्यों व रिश्तेदारों के साथ अर्थी को कंधा दिया। राजमाता की अंतिम यात्रा मोती बाग महल से बाद दोपहर 1.20 से शुरू हुई और ठीकरी वाला चौंक , फुब्बारा चौंक , शेरावाला गेट, तवकली मोड़, धर्मपुरा बाजार, अनारदाना चौक , अदालत बाजार, किला चौंक , गुड मंडी और दाल दलिया चौंक से होती हुई शाही समाधों में पहुंची इस दौरान राजमाता अमर रहे, राजमाता अमर रहे के नारे चारो तरफ से गूज रहे थे। संस्कार मौके परिवार के नजदीकी रिश्तेदारों में कैप्टन अमरिंदर सिंह के बहनोई पूर्व केन्द्रीय मंत्री कंवर नटवर सिंह और मेजर कंवलजीत सिंह ढिल्लो भी अपने पुत्रों के साथ मौजूद थे। इस मौके पर महारानी परनीत कौर भी असहनीय गम में डूबे हुये थे। राजमाता अपने पीछे दो पुत्र अमरिंदर सिंह और मलविन्द्र सिंह व दो पुत्रियां हेमिन्द्र कौर पत्नी नटवर सिंह और रूपिन्द्र कोैर पत्नी मेजर ढिल्लो को छोड़ गये है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की पुत्री जया इंद्र सिंह भी महल में अपनी मां रानी परनीत कौर के पास खड़ी थी और अपनी दादी के बिछौड़े में आंसू बहा रहे थे। रणइंद्र सिंह की बेटियां इनाइतइंद्र कौर और शेहरिन्द्र कौर भी इस मौके पर काफी दुखी थी।