PUNJAB TO OBSERVE NATIONAL DE-WORMING DAY ON FEBRUARY 12
बच्चों को खिलाईं जाएंगी पेट के कीड़े मारने वाली गोलियां
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पंजाब भर में 12 फरवरी को राष्ट्रीय डी -वार्मिंग डे मनाया जायेगा। इस मौके पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब द्वारा 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली गोलियाँ खिलाईं जांएगी। इस संबंधी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि यह गोलियां (चबा कर खाने वाली) सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में मुफ़्त उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसी के साथ ग़ैर रजिस्टर्ड और स्कूल न जाने वाले बच्चों को भी यह दवा मुफ़्त खिलाई जायेगी। दवा खाने से वंचित रह गए बच्चों को यह दवाई खिलाने के लिए 15 फरवरी 2018 (बुधवार) को फिर से एक दिन के लिए यह मुहिम चलाई जायेगी। प्रवक्ता ने बताया कि ऐलबैंडाजोल की एक गोली खाना खाने के बाद 1 से 19 साल के सभी बच्चों (1-2साल आधी और 2-19 साल पूरी) को सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त, प्राईवेट स्कूलों में अध्यापकों और आंगनवाड़ी वर्करोंं द्वारा खिलाईं जाएंगी। इससे अलावा लोगों को इस अभियान के अंतर्गत सही ख़ुराक और स्वास्थ्य, साफ़ -सफ़ाई, खाना खाने से पहले हाथ धोना, ढका हुआ भोजन खाना, साफ़ -सुथरा वातावरण रखने संबंधीे भी जागरूक किया जा जायेगा। इन गोलियों का यदि कोई दुष्प्रभाव होता है तो उस के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में मैडीकल टीमें बना दी गई हैं जिससे ज़रूरत पडऩे पर तुरंत मैडीकल सहायता प्रदान की जा सके। प्रवक्ता ने आगे ने बताया कि यह गोली भोजन खाने से बच्चों में पेट के कीड़े, कुपोषण , ख़ून की कमी और चिढ़ -चिढ़ापण दूर होता है। बच्चों की दिमाग़ी और याददाश्त शक्ति में विस्तार होता है। गोली खाने से बच्चों को एक दशक या लम्बे समय तक लाभ रहेगा। ख़ून की कमी के कारणों में से मुख्य कारण संतुलित ख़ुराक की कमी, कुपोषण और पेट के कीड़े होते हैं। ख़ून की कमी कारण बच्चे थके -थके महसूस करते हैं। बच्चियों में चिढ़ -चिढ़ापण आ जाता है और जल्दी खीझ जाते हैं। बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता और याददाशत कमज़ोर होने लगती है। बच्चों का शारीरिक विकसित हो रुक जाता है और काम करने की शक्ति कम जाती है। ख़ून की कमी से बच्चों के पूरे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।