इंडिया न्यूज सेंटर, जालंधरः पंजाब में सरकार द्वारा सस्ता राशन लेने वाले लाभार्थियों की सूची पर भारी कट लगाए जाने के आसार हैं। पता चला है कि राज्य सरकार द्वारा सत्ता में आते ही करवाए गए सर्वे में कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि गरीबों को मिलने वाला राशन वास्तव में सम्पन्न परिवारों के खाते में जा रहा था। पिछले एक वर्ष के दौरान पूर्व सरकार ने भारी मात्रा में नीले कार्ड बनवाए थे। यह कार्ड पूर्व सरकार में भागीदारी जन प्रतिनिधियों द्वारा बनाए गए थे। पंजाब में चुनावी वर्ष होने के कारण अधिकारियों ने सियासी दबाव के चलते भारी मात्रा में नीले कार्ड बना दिए थे। विधानसभा चुनाव के दौरान भी मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने गलत लोगों को मिल रहे राशन का मामला उठाते हुए कहा था कि पूर्व अकाली जत्थेदारों ने अपने चहेतों के नीले कार्ड बनाए हुए हैं। अब जल्द ही ऐसे लोगों के नाम कटने वाले हैं, जिस कारण उनमें खलबली मची हुई है। अब सर्वे का कार्य लगभग पूरा होने वाला है। हर जिले में 5000 से 10000 से ज्यादा ऐसे लाभार्थियों का पता चल रहा है, जो सस्ता राशन लेने की श्रेणी में आते ही नहीं थे।