` राम-लक्ष्मण नहीं बाली-सुग्रीव कहिए

राम-लक्ष्मण नहीं बाली-सुग्रीव कहिए

CM-HARISH RAWAT share via Whatsapp
इंडिया न्यूज़ सेंटर, देहरादून । मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बीच की रार लंबे समय से सुर्खियों में है। दिग्गजों की इस झगड़े से कार्यकर्ता हैरान हैं और परेशान भी। कुछ दिनों पहले हरीश और किशोर को दिल्ली बुलाकर कांग्रेस हाईकमान ने एकजुटता की घुट्टी पिलाई थी, तो कहा गया कि सबकुछ ठीक हो गया है। दिल्ली से लौटे सीएम ने तो यह तक कह दिया कि मेरी और किशोर की जोड़ी राम-लक्ष्मण की तरह है। लेकिन दोनों का विवाद फिर से सतह पर आने लगा है। अब ये दोनों एक-दूसरे का सामना करने से भी बच रहे हैं। किशोर अक्सर रूठ जाते हैं और फिर झल्लाये हरीश संगठन पर कटाक्ष करने से नहीं चूकते। हरीश किशोर के साथ अपनी जोड़ी को भले ही राम-लक्ष्मण का नाम दे रहे हों लेकिन दोनों की हरकतें बाली-सुग्रीव की तरह है। दरअसल, सूबे में कांग्रेस सरकार और संगठन की रार बढती ही जा रही है। मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बीच लंबे समय से खींचतान जारी है। दोनों के बीच तालमेल की कमी से पार्टी कार्यकर्ता भी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। यह पूरा मामला कांग्रेस हाईकमान के संज्ञान में पहले से ही है। बीती 7 जुलाई को कांग्रेस हाईकमान ने इन दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया था। उस वक्त पार्टी की उत्तराखण्ड प्रभारी अम्बिका सोनी की मध्यस्थता में हाईकमान ने हरीश और किशोर के बीच सुलह करने के प्रयास किये थे। खासकर किशोर उपाध्याय को हाईकमान ने नसीहत भी दी थी। हाईकमान के हस्तक्षेप का असर कुछ ही दिन रहा। दोनों के बीच बयानबाजी और एक-दूसरे से नाराज होने का दौर फिर से शुरू हो गया। इसके बाद हाईकमान ने 24 अगस्त को फिर से हरीश और किशोर दोनों को दिल्ली बुलाया। हिदायत के साथ एकजुटता की घुट्टी पिलाई, जिसका असर भी हुआ पर कुछ ही दिन तक। अब जो हालात हैं उससे लग रहा है कि स्थिति पहले से जदा खराब हो गई है। पिछले पांच दिनों में दो ऐसे वाकये हो गए हैं, जिनसे लग रहा है कि किशार अब हरीश का सामना तक नहीं करना चाहते। बीते दिनों हरिद्वार में कांग्रेसियों के सम्मान के लिए एक समारोह आयोजित किया गया था। समारोह के आयोजक व पूर्व विधायक अम्बरीश ने हरीश और किशोर दोनों को समारोह में आमंत्रित किया था। लेकिन हरिद्वार में मौजूद होने के बावजूद किशोर समारोह में नहीं पहुंचे जबिक हरीश उनका इंतजार करते रहे। हरीश के कहने पर अम्बरीश किशोर को लेने गए तो किशोर ने उन्हें बैरंग लौटा दिया। दूसरा वाकया बीते बुधवार को रानीपोखरी में हुआ। कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में इन दोनों को आमंत्रित किया गया था। किशोर पहले कार्यक्रम में पहुंचे। कार्यकर्ताओं से उन्होंने बातचीत भी की। लेकिन जैसे ही उन्हें सूचना मिली की सीएम हरीश सम्मेलन में पहुंचने वाले हैं वह वहां से उठकर चल दिए। सीएम को जब यह पता चला तो उन्होंने भी संगठन को आड़े हाथ लिया। उन्होंने यह कहने में देर नहीं लगाई कि सरकार लगातार जनकल्याण और विकास के कार्य कर रही है, लेकिन संगठन पूरी शिद्दत के साथ उन्हें आम लोगों तक नहीं पहुंचा रहा है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि हरीश और किशोर के बीच रूठने और कटाक्ष करने का सिलसिला जारी है। हाईकमान का असर भी इन पर होता नहीं दिख रहा है।
CM-HARISH RAWAT

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Source: India News Centre

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