इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में दिए भाषण पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया है। हंगामे की वजह से राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा। इसके अलावा मोसुल में लापता 39 भारतीय नागरिकों को लेकर लोकसभा में भी हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गए। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में हंगामे के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और सत्ताधारी दल बीजेपी के नेताओं में तीखी नोक-जोख भी हुई। राष्ट्रपति के भाषण पर हंगामा करते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की महात्मा गांधी से गलत तुलना की गई है। इसके अलावा कांग्रेसी नेताओं ने जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का नाम न लेने पर भी सवाल उठाए। आनंद शर्मा के सवाल उठाने के बाद अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पलटवार किया। अरुण जेटली ने कहा कि कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई संसद सदस्य राष्ट्रपति के भाषण पर सवाल उठाए। उन्होंने आनंद शर्मा के बयान को हटाने की मांग की। राज्यसभा में इसके बाद हंगामा हो गया और कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में मोसुल के मुद्दे पर भी हंगामा हुआ। लोकसभा में विपक्षी नेताओं ने कहा कि सरकार सदन को गुमराह कर रही है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि देश-विदेश में मोसुल को लेकर बदनामी हो रही है। भारत के 39 नागरिक सीरिया में लापता स्थिति में है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मामले में बयान देने वाली थी, पर लोकसभा में जमकर हंगामा होने की वजह से मुद्दे को बदलना पड़ा। सदन को गुमहार करने के कांग्रेस के आरोप पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि- मैं बोलने के लिए तैयार हूं। संजीदगी से उत्तर देना चाहती हूं। ये लोग इस तरह के बिल में खड़े होकर नारेबाजी करते रहेंगे तो मैं उत्तर नहीं दे पाउंगी। विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष की गुजारिश के बावजूद हंगामा जारी रखा। इस बीच स्पीकर ने कहा मोसुल को लेकर सभी भारतीय चिंतित हैं, कृपया आप लोग हंगामा न करें, पर विपक्ष हंगामे पर अड़ा रहा। कांग्रेसी नेता खड़गे ने कहा कि देश और विदेश में मोसुल को लेकर देश-विदेश में बदनामी हो रही है।