इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: कांग्रेस के जन संवेदना सम्मेलन में राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के चिन्ह को भगवान शिव, गुरू नानक, गौतम बुद्ध, इस्लाम और महावीर से जोड़कर बताया। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। कुछ दिनों पहले ही चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनावों की घोषणा करते समय यह कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी धर्म के नाम पर चुनाव प्रचार नहीं करेगी, वरना उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जायेगी। शिकायत में बीजेपी ने चुनाव आयोग से कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में जन सवेंदना सम्मेलन में धर्मिक भावनाओं को बढ़काने वाला भाषण दिया है। जिसमें उन्होनें जनप्रतिनिधि कानून 1951 का उल्लघंन किया है साथ ही उन्होनें चुनाव आचार संहिता को भी तोड़ा है। चुनाव आयोग के पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी सभी राजनीतिक पार्टी को धर्म के नाम पर वोट न लेने के निर्देश जारी किए थे। भाजपा ने ये भी आरोप लगाया था कि राहुल ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लघंन किया है। बता दें बुधवार को जन संवेदना सम्मेलन में राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि एक दिन मैनें कांग्रेस के चिन्ह में भगवान शिव की फोटो को देखा। मुझे ये बहुत ही आश्चर्यजनक लगा तो फिर मैने दूसरी फोटो देखी तो उस कांग्रेस के चिन्ह में गुरू नानक देव की फोटो नजर आई। उन्होनें आगे कहा की कुछ चिन्ह की फोटो में मुझे गौतम बुद्ध और महावीर की भी फोटो नजर आई। आगे कांग्रेस उपाध्क्ष ने कहा कि ये देखने का बाद उन्होंने कांग्रेस नेता करण सिंह से पुछा कि कांग्रेस के चिन्ह में इस्लाम, हिन्दू जैसी सभी प्रकार के धर्म क्यों दिख रहे है। इस पर करण सिंह ने उन्हें बताया कि इसका मतलब वर्तमान की स्थिति से डरो मत, सच पर विश्वास रखो। राहुल गांधी के इस बयान की सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हुई। इसके बाद बीजेपी इस बयान को लेकर हरकत में आई।