रेलवे को 18 रुपए वाला नमक मिलता है 49 रुपए प्रति किलो
-रेलवे अफसर रोजाना खारीदते हैं 10 हजार प्रति किलो की दर पर दहीं
इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः रेलवे की कैटरिंग में बड़ा घोटाला सामने अाया है। अारटीअाई में दी जानकारी की मानें तो रेलवे शहर में बिकने वाला 18 रुपए किलोग्राम का नमक 49 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीद रहा है। यही नहीं मंत्रालय में तैनात अफसर रोजाना 10 हजार रुपए प्रति किलो की दर पर आई.आर.सी.टी.सी. से दही खरीद रहे हैं, वहीं खाना बनाने के लिए जिस रिफाइंड तेल का इस्तेमाल अफसर कर रहे थे उसको भी 1253 रुपए प्रति लीटर पर खरीदा गया। यह अांकड़े रेलवे के अफसरों ने आरटीआई एक्टिविस्ट अजय बोस द्वारा दायर की गई आरटीआई में दी। बोस के मुताबिक पहले तो मध्य रेलवे के अधिकारियों ने जुलाई 2016 में दाखिल अारटीअाई का जवाब ही नहीं दिया। इसके बाद अपील डालने पर जो जानकारी मिली है वह होश उड़ाने वाली है। दी जानकारी के मुताबिक मध्य रेलवे ने अपने छत्रपति शिवाजी ट्रर्मिनस स्थित वेयर हाउस के लिए जो सामान खरीदा वो मार्कीट में चल रहे रेट से काफी ज्यादा था। इन सभी खाद्य प्रदार्थों का इस्तेमाल जन आहार कैंटीन, रेलवे के बेस किचिन और डेक्कन क्वीन व कुर्ला-हजरत निजामुद्दीन ट्रेन में सप्लाई करने के लिए खरीदा गया था।
रेलवे ने आई.आर.सी.टी.सी. से जिस दर पर सामान खरीदा था उसमें तुअर और मूंग दाल 157 रुपए प्रति किलो, चिकेन 233 रुपए प्रति किलो, नमक 49 रुपए प्रति किलो और पानी की बोतल 59 रुपए प्रति बोतल शामिल है। इन सामान के अलावा बेसन और टिश्यू पेपर की खरीद भी काफी ज्यादा दाम पर की गई थी। आर.टी.आई. के मुताबिक मध्य रेलवे ने बताया कि उसने 250 किलो आटा 7680 रुपए में खरीदा, जिसमें से उसने 450 किलो बांट दिया। 450 किलो आटे में 90 किलो आटा बेस किचिन को और 360 किलो जन आहार कैंटीन को दिया गया। इसी तरह रेलवे ने 20 किलो मैदा खरीदा, लेकिन उसने दिखाया कि 35 किलो मैदा बांटा था। जहां पूरे साल में 255 किलो बासमती चावल खरीदा गया वहीं 745 किलो चावल बेस किचिन और कुर्ला-निजामुद्दीन ट्रेन में बांटा हुआ दिखाया गया।