इंडिया न्यूज सेंटर जालंधर। रेलवे के बेहतर सेवा देने के दावे खोखले साबित हो रहे है। ट्रेनों में बढ़ती चोरी की वारदातों ने व्यापारियों को सकते में डाल दिया है। हालांकि रेलवे सुरक्षा बल आरपीएएफ के अधिकारी भी आए दिन बड़े-बड़े दावे करते नजर आते है। लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात जालंधर के व्यापारियों की ट्रेन में चोरी की दो माह में तीसरी वारदात है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से होशियारपुर आने वाली गाड़ी संख्या से तकरीबन डेढ से दो लाख रुपये का रेडिमेड गारमेंटस व खिलोने व अन्य सामान चोरी हो गया है। जालंधर रेलवे स्टेशन पर जब गाड़ी पहुंची तो सामान की हालात देखकर मालिकों के होश उड़ गए । मजे की बात तो यह है कि रेलवे विभाग इन बढ़ती चोरियों पर अंकुश लगाने में असर्मथ है। रेलवे अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ देते है कि उनके डिवीजन में चोरी नही हई है। जबकि उनकी डयूटी बत है कि जिस डिवीजन में चोरी हुई है, उनको बताए और रेलवे में हो रही इन चोरियों पर अुंकश लगाए। जानकारों का कहना है कि तीन-चार दिन पहले टाटामूरी ट्रेन से भी किरयाने की चार पांच बोरी चारी हुई थी जो अमृतसर के व्यापारियों की थी।