इंडिया न्यूज सेंटर,कानपुर: कानपुर के पास पुखरायां में हुए रेल हादसे के ३० घंटे बीतने के बाद सोमवार को भी हालात सामान्य नहीं हो पाये हैं। एनडीआरएफ टीम के अनुसार अभी भी कई लाशें फंसी हैं। रविवार तडक़े 3 बजकर 10 मिनट बजे पटना जा रही इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बों के पटरी से उतरने से ये हादसा हुआ। इसे इस वर्ष की सबसे भीषण रेल दुर्घटना बताया जा रहा है। हादसे की वजह से ट्रेन के एस-1 और एस-2 डिब्बे एक-दूसरे में घुस गए जिस कारण इन्हीं डिब्बों के सबसे ज्यादा मुसाफिरों की मौत हुई। इसके अलावा एस-3 और एस-4 डिब्बों को भी गंभीर नुकसान पहुंचा जबकि एसी थ्री टीयर के यात्रियों को भी गंभीर चोटें आईं। हादसा इतना जबर्दस्त था कि गहरी नींद में सो रहे ज्यादातर मुसाफिरों ने भी डिब्बों को पटरी से उछलता हुआ महसूस किया। डिब्बों के बीच फंसे यात्रियों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया। सेना, एनडीआरएफ और राज्य पुलिस की मदद से बचाव एवं राहत कार्य में लगे रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि मरने वालों की तादाद हर घंटे बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद के मुताबिक, अब तक 131 लोगों के शवों का पता चल पाया है।