Lockdown: Decreased government earnings, so far taken loan of 2.1 lakh crores in FY22 ...
न्यूज डेस्क, नई दिल्लीः देश इस वक्त कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। कई राज्यों में करीब दो महीने से लागू लॉकडाउन से भारी राजस्व संकट (Revenue Crunch) के बीच केंद्र सरकार मौजूदा वित्त वर्ष (FY22) में अब तक 2.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया है, जो एक साल पहले की तुलना में 55 फीसदी ज्यादा है।
रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स (Care Ratings) के चीफ इकोनॉमिस्ट मदन सबनवीस ने शुक्रवार को कहा कि चुनौती के इस समय में आरबीआई ने बांड पर प्रतिफल का अच्छा प्रबंध किया जिससे सरकार के लिए कर्ज लेने की लागत कम रही। उन्होंने कहा कि 2.1 लाख करोड़ रुपये का यह कर्ज, पूरे साल के लिए सरकार द्वारा लिए जाने वाले 12.05 लाख करोड़ रुपये कर्ज के बजट अनुमान का 17.5 फीसदी और पहली छमाही के में जुटाए जाने वाले 7.24 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का 30 फीसदी है।
मौजूदा वित्त वर्ष में कर्ज 55 फीसदी बढ़ा
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा इस वित्त वर्ष में लिया गया अब तक का कर्ज पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 55 फीसदी ज्यादा है। इसके लिए अधिकांश राज्यों में लॉकडाउन के चलते राजस्व में कमी जिम्मेदार है।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1.73 लाख केस
गौरतलब है कि देश में एक दिन में कोविड-19 के 1,73,790 मामले सामने आए जो पिछले 45 दिनों में सबसे कम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण की चपेट में अब तक आए कुल लोगों की संख्या 2,77,29,247 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 3,617 लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 3,22,512 पर पहुंच गई है।