PWD Minister Vijay Inder Singla releases fourth edition of Common Schedule of Rates
Says, demands of contractors and economic upliftment of labourers specifically considered while preparing new costs
ठेकेदारों की माँगों और मज़दूरों की आर्थिक तरक्की का ख्याल रखा गयाः विजय इंदर सिंगला
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ : पंजाब लोक निर्माण मंत्री विजय इंदर सिंगला ने आज विभाग के प्रमुख सचिव विकास प्रताप की हाजिऱी में बुनियादी ढांचा प्रोजैक्टों के लिए नयी श्रम दरों (सी.एस.आर.) का चौथा संस्करण जारी किया है। विभाग के समूचे स्टाफ को इस कार्य में अपना बहुमूल्य और बेमिसाल योगदान देने के लिए मुबारकबाद देते हुए सिंगला ने बताया कि आगामी बुनियादी ढांचा प्रोजैक्टों में यह नयी दरें लागू होंगी। उन्होंने बताया कि सी.एस.आर. की पहली दरें साल 1962 में जारी की गई, जिनमें साल 1987 और 2010 में जि़क्रयोग्य संशोधनें की गई। अब दस सालों के समय के बाद में सी.एस.आर. 2020 में व्यापक संशोधने जारी की गई हैं।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण पैदा हुई स्थिति में अचानक आए आर्थिक संकट के बावजूद राज्य सरकार राज्य के विकास के लिए ज़ोर-शोर से काम कर रही है। इसके अलावा नयी दरें तैयार करते समय मज़दूरों को वित्तीय तौर पर अपने पैरों पर खड़ा करने पर भी ख़ास तौर पर विचार किया गया। इस मौके लोक निर्माण मंत्री ने सी.एस.आर. को पुस्तक का रूप देने के लिए दो साल मेहनत करने वाले विभाग के स्टाफ का भी सम्मान किया।
इसी दौरान, प्रमुख सचिव विकास प्रताप ने बताया कि नयी दरें मौजूदा और भविष्य की ज़रूरतों, प्रौद्यौगिकी के विकास और जी.एस.टी. लागू होने के कारण संशोधित हुए टैक्स ढांचे को ध्यान में रखकर बनाई गईं। यह दरें तय करते समय मौजूदा बाजार दरों का भी गंभीरता से अध्ययन किया गया। कई नयी मदों को शामिल करने के अलावा ग़ैर-अनुसूची वस्तुओं की ज़रूरत को कम से कम किया गया है। इन दरों में संशोधनों की मुख्य विशेषताओं संबंधी चर्चा करते हुए मुख्य इंजीनियर पी.डब्ल्यू.डी. (बी एड आर) वरिन्दरजीत सिंह ढींडसा ने बताया कि नयी दरें हरेक मद के आधार पर विस्तार से बनाई गई हैं। इसके अलावा ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के क्षेत्र में विकास के लिए नयी प्रौद्यौगिकी को ध्यान में रखते हुए इस बार ‘ग्रीन बिल्डिंग्ज़’ का एक नया अध्याय भी इन दरों में जोड़ा गया है। इस समय मुख्य इंजीनियरों की ‘डाइरैक्शन कमेटी’ ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान इंजीनियर मुकेश गोयल, इंजीनियर जे.एस. मान, इंजीनियर टी.एस. चाहल, इंजीनियर अरुण कुमार, इंजीनियर राज कुमार (सभी मुख्य इंजीनियर पी.डब्ल्यू.डी., बी एंड आर) और मुख्य आर्कीटैक्ट सपना उपस्थित थीं।