इंडिया न्यूज सेंटर, मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर की तहसील बुढ़ाना के गांव फुगाना की लापता युवती आरती का शव पोस्टमार्टम के बाद ग्रामीणों नें शव को सडक़ पर रखकर मेरठ-करनाल हाइवे जामकर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगात ेहुए जमकर नारेबाजी की। ग्रामीण मामले के खुलासे व हत्यारों की तुरंत गिरफ्रतारी की मांग पर अड़े रहे। एसडीएम बुढ़ाना ने ग्रामीणों के बीच पहुंचकर दो दिन में हत्यारों की गिरफ्तारी वदसलाख की आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया, तो ग्रामीण शांत हुए और जाम खोला गया। पुलिस ने डाग स्कवायड की टीम के साथ खेतों में सर्च अभियान चलाया। थाना फुगाना क्षेत्र के गांव फुगाना निवासी नानू की पुत्री आरती (19) बुधवार को खेत स ेलौटते समय रास्ते में लापता हो गई थी। आरती का शव गुरुवार को गांव के ही धर्मपाल के गन्ने के खेत के बीच पड़ा मिला था। आरती की गला रेतकर हत्या की गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को सुबह आरती का शव गांव में पहुंचा, तो पूर्व प्रधान मोनू के नेतृत्व में सैंकड़ों महिलाएं एवं पुरुष आरती के शव को लेकर मेरठ करनाल हाईवे पर गांव के अड्डे के सामने पहुंच गए। शुक्रवार को प्रात: करीब आठ बजे ग्रामीणों ने शव को सडक़ के बीच रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीण पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इसी दौरान शामली की ओर से आई रोडवेज की बस में ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से तोडफ़ोड़ की। घटना की सूचना पर भौराकलां, बुढ़ाना तथा शाहपुर की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। सूचना पर एसडीएम श्याम अवध चौहान भी मौके पर पहुंच गए। इसी बीच भाजपा नेता उमेश मलिक, नितिन मलिक तथा बसपा के पूर्व सांसद कादिर राना भी मौके पर पहुंच गए।