इंडिया न्यूज सेंटर, वाराणसी। मेट्रो प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचे मेट्रो मैन श्रीधरन ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि वाराणसी बहुत कंजेस्टेड है। यहां मेट्रो का काम बड़ा चैलेंज होगा। वाराणसी में 2016 में निर्माण काम शुरू होना था। वर्ष 2021 से मेट्रो रेल वाराणसी में दौड़ाने की योजना है। पूरी परियोजना पर 12256 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रस्तावित 64 किमी लंबी मेट्रो ट्रेन परियोजना है। डीपीआर में दो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। पहले कॉरिडोर की लम्बाई 19.4 किमी है। इसमें बीएचयू, तुलसी मानसमंदिर, रत्नाकर पार्क, दुर्गा मंदिर, काशीविश्वनाथ, बेनियाबाग, रथयात्रा, काशी विद्यापीठ, वाराणसी कैंट, नदेसर, कलेक्ट्रेट, भोजूबीर, गिलट बाजार, संगम कालोनी, शिवपुर, तरना व भेल। इस तरह पहले कॉरिडोर के तहत इन स्थानों पर कुल 17 स्टेशन प्रस्तावित हैं। दूसरे कॉरिडोर की लंबाई 9.9 किमी है। इसके तहत बेनियाबाग, कोतवाली, मछोदरी पार्क, काशी बस डिपो, जलाली पट्टी, पंचकोशी, आशापुर, हवलिया और सारनाथ सहित 9 स्थानों पर स्टेशन बनाया जाएगा। दूसरे कॉरिडोर में बेनियाबाग से जलालीपट्टी और हवलिया से सारनाथ तक अंडरग्राउंड स्टेशन व पंचक्रोशी और आशापुर में उपरिगामी स्टेशन बनाया जाना प्रस्तावित किया गया है।