इंडिया न्यूज सेंटर, चंडीगढ़: यदि आपकी अपने जीवन साथी से नहीं बनती। दिन रात घर में कलह और झगड़े ही होते रहते हैं तो इसका एक कारण आपके बेडरूम का वास्तु दोष हो सकता है। वैसे तो कहते हंै कि जो होना होता है वह होकर ही रहता है लेकिन यदि हम अपने बेडरूम में वास्तु के अनुसार फेरबदल करें तो कुछ हद तक आने वाली कठिनाइयों और परेशानियों से बच सकते हैं। आप अपने बेडरूम के सामान में वास्तु के अनुसार थोड़ा फेरबदल करके अपने घर में खुशी की बहार ला सकते हैं। बेडरूम की सबसे इम्र्पोटेंट चीज है पलंग। वास्तु के अनुसार पलंग दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। सोते समय सिर दक्षिण की ओर और पैर उत्तर में होने चाहिएं। वास्तु के अनुसार बेडरूम में रामायण, महाभारत और किसी भी प्रकार के लड़ाई के दृश्य, ऐन्द्रजालिक पेंटिंग, पत्थर और लकड़ी की बनी राक्षसों की मूर्तियां, रोते हुए व्यक्ति की मूर्ति, जानवरों जैसे सांप, गिद्ध उल्लू, कौवा, बाज आदि के चित्र भी नहीं लगाने चाहिएं। बेडरूम में आप फूलों, झरनों, प्रकृति के मनोरम दृश्य की पेंटिंग्स लगा सकते हैं। वास्तु के अनुसार, पेंटिंग्स की सही दिशा उत्तर दिशा है। दीवार घड़ी भी हमेशा उत्तर दिशा की दीवार पर ही लगानी चाहिए। बेडरूम में मिरर या ड्रेसिंग टेबल को बेड के सामने नहीं रखना चाहिए। मिरर की बेडरूम में सही दिशा है उत्तर-पूर्व है, इससे घर के सदस्यों के मान सम्मान में बढ़ोतरी होती है। बेडरूम का दरवाजा कभी भी बेड के सामने नहीं खुलना चाहिए। ये हमेशा पूर्व में होना चाहिए। वास्तु में गोल शेप वाले दरवाजों को अशुभ माना जाता है। दरवाजे हमेशा चकोर होने चाहिएं। दरवाजे के साथ-साथ खिड़कियां भी पूर्व की दिशा में होनी चाहिए। यदि आपके बेडरूम में खिड़कियां दक्षिण या पश्चिम दिशा में हो तो उन्हे पर्दों से ढककर रखना चाहिए। आजकल अटैच टॉयलेट का चलन है लेकिन वास्तु की मानें तो बेडरूम में टॉयलेट का कोई भी स्थान नहीं है। फिर भी यदि अटैच टॉयलेट बनवाना ही है तो उसकी दिशा दक्षिण में होनी चाहिए।