इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री के लिए किसी योग्य व्यक्ति का चयन काफी चुनौतीपूर्ण काम रहा है। पिछले 14 वर्षों से उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर रहने और इस चुनाव में जनता से मिले अपार जनसमर्थन के कारण जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का दबाव भी भाजपा के उपर है, जिसके कारण भी सीएम पद के लिए नेता के चुनाव में थोड़ा विलंब हुआ है। दूसरा पार्टी में ऐसा कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं था, जिसकी स्वीकार्यता हो. पार्टी के कई कद्दावर नेता केंद्रीय राजनीति में सक्रिय है।