VIRK’S FOURTH CORONAVIRUS POSITIVE PATIENT RECOVERS, RETURNS HOME
ZERO ACTIVE CORONAVIRUS CASE ACHIEVED IN VIRK
विरक गांव में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं
इंडिया न्यूज सेंटर,जालन्धरः जिला जालंधर का गाँव विरक जहां कोरोना वायरस से सबंधित 4 केस सामने आने के कारण पहला प्रभावित गाँव बना था अब इन चारों मरीजों के दो टैस्टों में रिपोर्ट नैगेटिव आने पर गाँव में कोई भी कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज नहीं है। इस से संबन्धित जानकारी देते हुए उप मंडल मैजिस्ट्रेट डा.विनीत कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज संदीप सिंह की दो टैस्टों में रिपोर्ट नैगेटिव आने के उपरांत उसे सिविल अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में से छुट्टी दे दी गई है। उन्होने कहा कि कुछ दिन पहले संदीप सिंह के पिता हरजिन्दर सिंह, माता बलजिन्दर कौर और भाई हरदीप सिंह को पहले ही रिपोर्ट नैगेटिव आने पर घर जा चुके हैं। सीनियर मैडीकल अधिकरी कम्यूनटी स्वास्थ्य केंद्र बडा गाँव डा.जोती फोकेला ने बताया कि यह सब कुछ जिला प्रशासन और पुलिस टीम जिस का नेतृत्व उप मंडल मैजिस्ट्रेट डा.विनीत कुमार और डी.एस.पी. दविन्दर सिंह अतरी कर रहे थे जिनके सहयोग से संभव हो सका। उन्होने कहा कि गाँव विरक में 22 मार्च को कोरोना वायरस से प्रभावित चार लोगों की पहचान के बाद तुरंत अन्य लोगों की पहचान के लिए मुहिम शुरू की गई। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस से पीडित यह लोग एस.बी.एस.नगर के निवासी बलदेव सिंह के संपर्क में रहे थे। सीनियर मैडीकल अधिकारी ने बताया कि गाँव विरक सब डिविजन फिल्लौर का सब से बडा गाँव है और इसकी आबादी 4971 और 893 घर हैं। उन्होने कहा कि इस गाँव में टीमो ने स2त मेहनत से पूरी स्थिति को संभाला गया। डा.फोकेला जो कि कोरोना वायरस से पीडित लोगों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने की पूरी प्रक्रिया पर नजर रख रहे थे ने कहा कि जिला प्रशासन, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की टीमों के सक्रिय सहयोग से पूरी स्थिति पर काबू किया जा सका है। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस के संपर्क में आए परिवार की तुरंत पहचान करके उसे अलग किया जा सका। उन्होने कहा कि इस के अतिरि1त अन्य 29 लोग जो संपर्क में आए थे सभी की रिपोर्ट नैगेटिव पाई गई। उन्होने कहा कि डा. मोहित चंद्र, डा.ममता गौतम, डा.हरप्रीत कौर, आर.बी.एस.के. डा.बलजिन्दर, डा.तनूं और डा.वरुण ने रोजमर्रा की लोगों का सर्वे किया जाता रहा है जिससे यह वायरस परिवार के इलावा अन्य लोगों में न फैले। उन्होने कहा कि इस के इलावा स्वास्थ्य सुपरवाइजर अवतार चंद्र और कुलदीप वर्मा ने कोरोना प्रभावित मरीजों की पहचान करने में अहम योगदान डालते हुए शकी मरीजों के टैस्ट के लिए अवाजाही की सुविधा मुहैया करवाई गई।