काराकास: राष्ट्रपति निकोलस मादुरो द्वारा देश की सबसे बड़ी करंसी को बंद किए जाने की घोषणा के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों और लूटपाट के मामलों में सुरक्षाबलों ने 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी गत दिवस खुद राष्ट्रपति मादुरो ने दी। मादुरो ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पर भी आरोप लगाया कि वह पदभार से रिटायर होने के पहले वेनेजुएला में समाजवाद के तख्तापलट की साजिश कर रहे हैं। हालांकि अब उन्होंने नोटबंदी का अपना फैसला अस्थायी तौर पर वापस ले लिया है। इस फैसले के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। कई दुकानों और मॉल्स में लूटपाट की घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में 1 व्यक्ति की मौत भी हो गई। इन सबको मद्देनजर रखते हुए राष्ट्रपति ने शनिवार को अपना फैसला फिलहाल के लिए वापस ले लिया है। अब यह नोटबंदी का निर्णय 2 जनवरी तक के लिए टाल दिया गया है। नोटबंदी को फिलहाल वापस लिए जाने की घोषणा के बाद हिंसा की घटनाएं तो नहीं दिखीं, लेकिन रविवार को भी कई दुकानों में लूटपाट की वारदातें रिपोर्ट हुई हैं। इन वारादातों के सिलसिले में जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें विपक्षी दल पॉप्युलर विल और जस्टिस फस्र्ट पार्टी के नेता और सदस्य भी शामिल हैं। मादुरो ने इस बात की जानकारी स्टेट टीवी पर दी। राष्ट्रपति ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह अमेरिका की शह पर अराजकता की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहा है।