हंबनटोटाः दक्षिणी श्रीलंका में चीन के एक बंदरगाह और विशेष आर्थिक ज़ोन बनाने की टोजना के विरोध में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं। लोगों से ज़मीन खाली कराई जा रही है जिसके विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर पड़े। रिपोर्टों के मुताबिक बौद्ध भिक्षुओं समेत कई लोग घायल हुए हैं। ये लोग तटीय शहर हंबनटोटा के नज़दीक़ प्रदर्शन कर रहे थे। जब प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं तब श्रीलंका के प्रधानमंत्री भी इसी शहर में एक समारोह में शामिल थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और पानी की बौछारों छोड़ीं। चीन निर्मित बंदरगाह का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार इस इलाक़े को चीन के उपनिवेश में बदल रही है। चीन को 99 साल के लिए ज़मीन लीज़ पर दे रही सरकार का कहना है कि स्थानीय लोगों को नई ज़मीनें आवंटित कर दी जाएंगी। स्थानीय संवाददाताओं का कहना है कि चीन का ये निवेश उसके मध्यपूर्व के समृद्ध बाज़ार और फिर आगे यूरोप तक समु्द्री सिल्क रोड स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है।