तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बोले अकाल तख्त के सभी फैसले राजनीति का हिस्सा
इंडिया न्यूज सेंटर, अमृतसर:
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह ने पांच सिंह साहिबानों की मीटिंग में शामिल होने से इन्कार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री अकाल तख्त साहिब से सभी फैसले राजनीतिक दबाव में लिए जाते हैं। जत्थेदार तो सिर्फ राजनीतिक नेताओं की कठपुतली ही हैं। अपने निवास स्थान पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते ज्ञानी गुरमुख सिंह ने कहा कि वह जत्थेदार बनने के लिए पहले ही तैयार नहीं थे। उन्हें तो जबरदस्ती जत्थेदार बनाया गया था। उन्होंने कहा कि वह काफी समय पहले ही कह चुके हैं कि वह तख्त श्री दमदमा साहिब की जत्थेदारी छोडऩे के लिए तैयार हैं परन्तु उनकी बात पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब से डेरा सच्चा सौदा के साध को माफी देना भी राजनीतिक स्टंट था। उन्होंने कहा कि वह तो समय-समय पर आवाज बुलंद करते रहे हैं कि जत्थेदार अकाल तख्त स्पष्ट करें कि डेरा सच्चा सौदा के साध का पत्र श्री अकाल तख्त साहिब पर कौन लेकर आया था क्योंकि उन पर झूठा आरोप लगाया जाता है कि यह पत्र ज्ञानी गुरमुख सिंह और सुखबीर सिंह बादल प्रसिद्ध अभिनेता अक्षय कुमार की दिल्ली स्थित रिहायश से लेकर आए थे, जो पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने कहा कि वह सिरसा के साध को किसी भी प्रकार की माफी देने के हक में नहीं थे परन्तु सरकारी जत्थेदार उनकी कोई पेश नहीं चलने देते।