इंडिया न्यूज सेंटर, उत्तरप्रदेश, लखनऊः विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा के बीच गंठबंधन को लेकर अब उम्मीदें कम होने लगी हैं। सपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी है. इसके साथ ही उसने 209 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार तय कर दिये हैं, जबिक कांग्रेस अब भी सपा से गंठबंधन की उम्मीद पाले हुए है। उसने अब तक एक भी सीट के लिए उम्मीदवार का नाम जारी नहीं किया है। दूसरी ओर पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने की लिए अब केवल तीन दिन बचे हैं, वहीं दूसरे चरण के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गयी। पहले चरण में 73 और दूसरे चरण में 67 सीटों के लिए मतदान होना है। कांग्रेेस पहले सपा के आंतरिक झगड़े के निबटने का इंतजार कर रही थी और यह उम्मीद की जा रही थी अखिलेश यादव के पाले में सपा के आने के बाद कांग्रेस से उसका गंठबंधन पक्का है। सपा के झगड़े के सुलझने के बाद इस दिशा में कोशिश भी तेज हो गयी थी, लेकिन आज सपा के केंद्रीय अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की दो-दो सूची जारी किये जाने के बाद इस गंठबंधन के आसार कम होने लगे।
हालांकि सपा ने जब आज दिन के सवा बारह बजे के करीब जब अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, तब भी गंठबंधन को लेकर दोनों दलों के नेता आशावादी बोल बाेलते रहे, मगर शाम पांच बजे के करीब सपा ने दूसरी सूची भी जारी कर दी। इस बीच सपा नेताओं के बोल भी कड़वे होते गये हैं। यह कांग्रेस के लिए निराशाजन है। सपा ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने के पहले कांग्रेस से कोई रायशुमारी नहीं की। कांग्रेस को सपा से इस व्यवहार की जरा भी उम्मीद नहीं थी। लिहाजा सपा का यह ऐलान उसके लिए बिल्कुल अप्रत्याशित था। उधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने सपा की पहली सूची जारी होने के बाद भी यह उम्मीद जाहिर की थी कि गंठबंधन होगा और इसमें कोई अवरोध नहीं है,लेकिन इसके घंटे भर बाद ही वह लखनऊ से दिल्ली लौट गये। इस बीच सपा के नेताओं के साथ कांग्रेस की कोई बैठक नहीं हुई। उसके दो घंटे बाद सपा ने दूसरी सूची जारी कर दी। दोनों सूची में वैसी सीटें भी शामिल हैं, जिन्हें कांग्रेस गंठंबंधन के तहत अपने हिस्से में करना चाहती थी। कांग्रेस की जिद- बहरहाल, कांग्रेस 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की अपनी जिद पर अब भी अड़ी हुई है। उधर एलडीआर भी 30 सीटें मांग रही थी। रायबरेली और अमेठी की 12 विस सीटों को लेकर भी सपा और कांग्रेस के बीच टकराव है। यहां 9 सीटों पर सपा के सीटिंग एमएल हैं, जबकि कांग्रेस राहुल गांधी और सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र का हवाला देकर यहां की 9 सीटें मांग रही है।