इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: मासूम बच्चियों से बलात्कार का आरोपी सीरियल रेपिस्ट गिरफ्तार कर लिया गया है। ये साइको सीरियल रेपिस्ट 14 साल से बच्चियों को अपना शिकार बना रहा था। ये साइको सीरियल रेपिस्ट अपने शिकार की तलाश के लिए एक शहर से दूसरे शहर घूमता था और फिर अपना निशाना मासूम बच्चियों को बनाना था। इसके लिए वो एक ही ट्रेन, एक ही ट्रैक, एक ही कपड़े का इस्तेमाल करता था। ये शख्स अपनी हवस की भूख को शांत करने के लिए मासूम जिस्म की तलाश में एक शहर से दूसरे का सफर करता था। इस साइको सीरियल रेपिस्ट का नाम है सुनील रस्तोगी। सुनील रस्तोगी का कहना है, मुझे नही पता कि मैं कितनी वारदात कर चूका हूं.। इसकी उम्र 38 साल है। परिवार में पत्नी और पांच बच्चे हैं. ये रामपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पेशे से ट्रेलर सुनील रस्तोगी पिछले 14 साल से रामपुर से ट्रेन से दिल्ली एनसीआर के सफर पर निकलता था और उसके बाद दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में 7 से 11 साल की मासूम बच्चियों को बहला फुसला कर अपने साथ सुनसान जगह ले जाकर उनके साथ रेप या रेप की कोशिश की वारदात को अंजाम देता था।
पुलिस के मुताबिक सुनील की टेलरींग की शॉप से छुट्टी के दिन ये अपने शिकार के सफर के लिए निकल जाता था। उधर अब तक पुलिस ये भी पता नहीं लगा पा रही थी कि आखिर वो कौन है जो मासूमियत की अस्तम को तार तार कर रहा है क्योंकि अब तक पुलिस के पास नहीं मुल्जिम की कोई पहचान थी और ना कोई चहेरा। उधर सुनील रस्तोगी वक्त मिलते ही रामपुर से ट्रेन से दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग शहरों में अपनी हवस की खुराक की तलाश में घूमता और मौका मिलते ही अपने काम को अंजाम देकर चलता बनता। सबसे खास बात यह की इन पिछले चार साल में जब जब सुनील रस्तोगी मासूम बच्चियों के साथ रेप और छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम देता था और वो एक ही कपड़े पहन कर आता था।
सुनील के कबूलनामे ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है। ये हैवान एक खास तरह के ही कपड़े पहनता था। हर बार संपर्क क्रांति ट्रेन से गाजियाबाद उतरता और गाजियाबाद से एक ही ट्रैक पर पैदल ही शिकार की तलाश में निकलता था। पुलिस के मुताबिक 2004 में ये रुद्रपुर में जाकर बस गया था क्योंकि इसके गलत बर्ताव की वजह से इसे दिल्ली के अशोकनगर से मोहल्ले वालों ने भगा दिया था। दिल्ली के अशोक नगर इलाके में पिछले एक महीने ही जब तीन मासूम बच्चियों के साथ रेप और रेप की कोशिश की जिसके बाद तफ्तीश आगे बढ़ी तो उसके बाद एक सीसीटीवी में सुनील रस्तोगी का चेहरा पुलिस को पता चला और उसके बाद पुलिस ने एक टीम बनाई और उसके बाद ये पुलिस के हत्थे चढ़ सका है। हलदानी में भी पहले ये रेप के मामले में 6 महीने जेल में काट चूका है उसके बाद जब उस जेल से सुनील की मानसिक प्रोफाइलिंफ करवाई तो पता चला कि ये एक पीडोफाइल सायको रेपिस्ट है। इस तरह के क्रिमिनल 10 वारदात की कोशिशों में सिर्फ एक या दो ही में ही सफल हो पाते हैं। इसने कितनी वारदातों को अंजाम दिया इसका आंकड़ा तो नहीं है लेकिन 10 से 12 मामले रिकॉर्ड में हैं।