` सिविल सर्जन सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों के स्वास्थय की जांच को सुनिश्चित करें- ब्रहम महिंदरा

सिविल सर्जन सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों के स्वास्थय की जांच को सुनिश्चित करें- ब्रहम महिंदरा

CIVIL SURGEONS TO ENSURE COMPLETE SCREENING OF STUDENTS STUDYING IN GOVERNMENT AND GOVERNMENT AIDED SCHOOLS: BRAHM MOHINDRA share via Whatsapp

CIVIL SURGEONS TO ENSURE COMPLETE SCREENING OF STUDENTS STUDYING IN GOVERNMENT AND GOVERNMENT AIDED SCHOOLS: BRAHM MOHINDRA

 
AROUND 54499 CHILDREN OF SCHOOLS & AWCs  AVAILED FREE OF COST HEALTHCARE SERVICES
 

416 CHILDREN SUFFERING FROM RHD/CHD TREATED AT PGIMER & OTHER HOSPITALS
 

स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों के 54499 बच्चों को मुहैया करवाई गई निशुल्क स्वास्थय और चिकित्सा सुविधाएं

416 आर.एच डी. / सी.एच.डी. बीमारियों से पीडि़त बच्चों का पी.जी.आई. चंडीगढ़ में करवाया गया ईलाज

इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़:
पंजाब सरकार ने आज एक आदेश जारी करके राज्य के समस्त  सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है कि वे  अपने अधीन आते क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थय कार्यक्रम के अंतर्गत सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे और आंगनवाड़ी केंद्रों में रजिस्टर्ड बच्चों की मुकम्मल स्वास्थय जांच को यकीनी बनाये। इस संबंधी अधिक जानकारी देते हुये स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रह्म महिंदरा ने बताया कि सूबे के सभी जिलों के सिविल सर्जनों को आर.बी.एस.के. अधीन तीसरी श्रेणी और अन्य स्वास्थय सुविधांए मुहैया करवाने के लिए योग्य बच्चों को स्वास्थय कार्ड जारी करने के आदेश भी जारी किये गए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की मुकम्मल स्वास्थय जांच का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात बीमारियां, कमज़ोरियों और शारीरिक विकास में देरी से सम्बन्धित रोग और अंगहीनता की पहचान करना है। जिन बच्चों में उपरोक्त बीमारियों में से किसी भी बीमारी के लक्षण पाये जाते हैं तो उसका इलाज सरकार द्वारा मुफ़्त में करवाया जाता है। इस अहम प्रोग्राम संबंधी और अधिक बताते हुये  महिंदरा ने कहा कि आर.बी.एस.के. की विशेष टीमों ने 18365 स्कूलों का दौरा किया और 1914164 बच्चों की जांच की। इसी तरह इन टीमों ने आंगनवाडिय़ों में अपने पहले दौर में 595734 बच्चों की जांच की जबकि दूसरे दौर में 540432 बच्चों की जांच की गई। उन्होंने कहा कि इसके उपरांत स्कूलों और आंगनवाडिय़ों के 54499 बच्चों को फरवरी, 2017 से दिसंबर, 2107 के दौरान आर.बी.एस.के. अधीन मुफ़्त स्वास्थय सुविधाएं मुहैया करवाई गई। महिंदरा ने आगे बताया कि दिल के रोग (सी.एच.डी. और आर.एच.डी.) से पीडि़त 416 बच्चों को डी.एम.सी. और सी.ए.सी. लुधियाना, मैक्स सुपर सपैशलटी हस्पताल और फोरटीस हस्पताल, मोहाली में (तीसरी श्रेणी) ईलाज करवाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि 16 बच्चे को रोगों से लडऩे संबंधित क्षमता की कमी (पी.आई.डी.डी.) संबंधित रोगों का इलाज पी.जी.आई. चंडीगढ़ में मुफ़्त करवाया जा रहा है। स्वास्थय मंत्री ने आगे बताया कि जिला अस्पताल बंठिडा, होशियारपुर, लुधियाना, रूपनगर और तरनतारन में बच्चों के स्वास्थय संबंधी विशेष केंद्र (डी.ई.आई.सी.) स्थापित किये गए हैं और जल्द ही राज्य के बाकी जिलों में भी इस तरह के केंद्र स्थापित किये जाएंगे। ये केंद्र बच्चों को अलग-अलग बीमारियों का ईलाज और स्वास्थय सुविधांए मुहैया करवायेंगे।

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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