Sunil Jakhar advises Delhi Deputy Chief Minister not to talk childishly
Asked, after repeatedly changing the stand, what is the last stand of AAP on farmers' laws?
He said that instead of talking about opponents, AAP leaders should answer questions about themselves
पूछा कि बार बार स्टैंड बदलने के बाद अब ‘आप’ का कृषि क़ानूनों पर आख़री स्टैंड क्या है?
उन्होंने कहा कि विरोधियों के बारे में बात करने के बजाय AAP नेताओं को अपने बारे में सवालों के जवाब देने चाहिए
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बयान, “मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी दोस्त हैं और पंजाब कांग्रेस किसानों के ख़िलाफ़ है” को बचकाना करार देते हुए सिसोदिया को सलाह दी कि अब तो बतौर विधान सभा मेंबर उनकी तीसरी पारी है अब तो एक राजनेताओं वाले कुछ गुण अपने अंदर ढाल लें। कृषि क़ानूनों पर बार बार अपना स्टैंड बदलने के लिए आम आदमी पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए सुनील जाखड़ ने प्रशन पूछा कि पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार की ओर से केंद्र के इन काले क़ानूनों के ख़िलाफ़ पंजाब विधान सभा में पास किए बिलों का समर्थन करना फिर उसका विरोध करना, पहले इन काले क़ानूनों को लागू करने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से नोटिफ़िकेशन जारी करना और फिर दिल्ली विधान सभा में जा कर इन्हीं क़ानूनों की कापियाँ को फाड़ने का ड्रामा करना, विजिलेंस विभाग दिल्ली के मुख्य मंत्री के अधिकार छेत्र में होने के बावजूद दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारियों और मुलाज़मों की ओर से किसानों के ऊपर किए गये ज़ुल्मों के पीछे के कारणों की जाँच ना करवाना और ऊपर से किसानों की पीड़ा समझने का ढोंग करना, इस सब से पंजाब के लोग कुछ तो आम आदमी पार्टी की नीयत के बारे में समझें?
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष ने सिसोदिया और आप की लीडरशिप को किसानों के ऊपर उनके आख़री स्टैंड को स्पष्ट करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि कब तक आप पार्टी के नेता दूसरों के ऊपर कीचड़ उछाल के अपने दागों से लोगों का ध्यान हटाते रहेंगे। श्री जाखड़ जी ने कहा कि यह कैप्टन अमरिंदर सिंह ही हैं जिन्होंने केंद्र के दबाव के बावजूद किसानों को अपना आंदोलन शांतिपूर्वक तरीक़े से चलाए जाने को यक़ीनी बनाने के साथ साथ उनको हर मदद और आगे हो कर संघर्ष की अगवाई करने की पेशकश भी की। श्री जाखड़ ने कहा कि किसान नेताओं की ओर से इस संघर्ष को राजनीतिक पार्टियों से अलग रखने के फ़ैसले की इज़्ज़त करते हुए पंजाब कांग्रेस की ओर से अपनी पार्टी के सांसद, विधायक, वर्कर और पंचो-सरपंचों के ज़रिए इस संघर्ष के लिए अपना अपना योगदान पाया जा रहा है।
सुनील जाखड़ ने सवाल किया कि जब तक पंजाब के किसान पंजाब के अंदर ही संघर्ष कर रहे थे तब अरविंद केजरीवाल ने कभी भी किसानों के हक़ में अपनी आवाज़ बुलंद नहीं की। क्या मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से पहल करने से पहले दिल्ली में सत्ता का आनंद लेने में व्यस्त आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता ने केंद्र के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद की थी?
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी के किसी भी नेता की केंद्र की भाजपा सरकार के किसी भी नेता के साथ दोस्ती होने का झूठ रचने से पहले आम आदमी पार्टी पंजाब के लोगों को यह बताने का कष्ट करें कि इसको भाजपा की ‘बी’ टीम क्यूँ ना समझा जाए क्यूँकि बीते कुछ सालों से किसी ना किसी तरीक़े से यह पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार के हक में ही आपनी बात कह रही है ।