इंडिया न्यूज सेंटर ब्यूरो, नई दिल्लीः लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे पूर्व चीफ जस्टिस अल्तमस कबीर का कोलकाला में निधन हो गया। 68 साल के कबीर सुप्रीम कोर्ट के 39th चीफ जस्टिस बने। जस्टिस कबीर का जन्म 19 जुलाई, 1948 को कोलकाता में हुआ था। दिसंबर, 2012 में दिल्ली गैंगरेप (निर्भया केस) के बाद सुप्रीम कोर्ट में दायर कई पिटीशन पर जुवेनाइल एक्ट में सुधार किया। रेप केस में एडल्ट की एज लिमिट 18 से घटाकर 16 करने का ऑर्डर दिया। प्रणब मुखर्जी को प्रेसिडेंट बनाए जाने के फैसले को पूर्व लोकसभा स्पीकर पीए संगमा ने सुप्रीम सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था। जस्टिस कबीर इस पिटीशन पर सुनवाई करने वाली कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच में शामिल रहे।18 जुलाई, 2013 को अपने आखिरी फैसले में जस्टिस कबीर ने मेडिकल और डेंटल काउंसिल के नोटिफिकेशन को दरकिनार करते हुए NEET (नेशनल एलिजिबिलटी एंट्रेस टेस्ट) को लागू करने का ऑर्डर दिया था।
कैसा रहा जस्टिस कबीर का करियर
– जस्टिस कबीर ने 1973 में कोलकाता के डिस्ट्रिक्ट और हाईकोर्ट से वकालत शुरू की।
– 1990 में कोलकाता हाईकोर्ट के परमानेंट जज बनाए गए। मार्च, 2005 में झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पद संभाला।
– सितंबर, 2005 में ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट बुला लिया गया। सितंबर, 2012 से जुलाई, 2013 तक सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रहे।