लाहौर: पाकिस्तानी सेना ने द डॉन अखबार को लीक हुई जानकारी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि द डॉन में छपी सेना और नागरिक नेतृत्व के बीच टकराव की खबर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। सेना ने सिरिल अलमीडा की इस खबर को झूठा और मनगढ़ंत भी बताया। पाकिस्तानी पत्रकार सिरिल अलमीडा ने कहा कि उन्होंने तथ्यों की कई मर्तबा जांच की। डॉन अखबार के संस्करण में अपने प्रकाशित स्तंभ ‘ए वीक टू रिमेंम्बर’ में अखबार के स्तंभकार और संवाददाता सिरिल अलमीडा ने कहा कि लेख छापने से पहले कुछ भी चूक का मौका नहीं छोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि मीटिंग की खबर छापने से पहले उन्होंने इसे तीन बार क्रॉस चेक किया था। सेना ने नवाज शरीफ सरकार को ये पता लगाने के लिए पांच दिनों का वक्त दिया है कि 3 अक्टूबर को हुई अहम बैठक से जुड़ी जानकारी अलमीडा को कैसे मिली। द डॉन के संपादक ने इस रिपोर्ट का समर्थन करते हुए कहा था कि तथ्यों की कई बार जांच कर इसकी पुष्टि की जाती है। अलमीडा की रिपोर्ट में बैठक से जुड़ी हर बात बताई गई है। सेना द्वारा पांच दिनों का वक्त दिए जाने के बाद पहले तो पीएमओ की ओर से अलमीडा पर देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसके बाद तुरंत ही ये रोक हटा ली गई।