इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: पूंजी बाजार नियामक सेबी के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद देश से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा है कि यूनाइटेड स्प्रिट्स से कथित तौर पर फंड की हेरा-फेरी का आरोप बेबुनियाद है। इससे पहले बाजार नियामक संस्था सेबी (सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने विजय माल्या को सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया था। सेबी की तरफ से जारी अंतरिम आदेश के मुताबिक माल्या के अलावा यूनाइटेड स्प्रिट्स के अन्य पूर्व डायरेक्टरों को भी सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रतिबंध लगाने के बाद सेबी ने माल्या को इस आदेश पर प्रतिक्रिया देने के लिए 21 दिनों का समय दिया था, जिसके बाद माल्या ने सेबी पर निशाना साधा है। एक के बाद एक कई ट्वीट कर माल्या ने बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस को फंड दिए जाने के आरोप को मजाक बताया। माल्या ने कहा कि उन्हें बिना किसी कानूनी आधार पर सभी तरीकों से बलि का बकरा बनाया जा रहा है। माल्या ने कहा, सीबीआई ने किंगफिशर एयरलाइंस से फंड बाहर निकाले जाने का कथित आरोप लगाया है जबकि सेबी यूनाइटेड स्प्रिट्स से किंगफिशर एयरलाइंस में फंड को भेजे जाने का आरोप लगा रहा है। क्या मजाक है यह? माल्या ने कहा कि यूनाइटेड स्प्रिट्स की तरफ से कथित फंड की हेरा-फेरी का आरोप निराधार है और कंपनी के खातों की ऑडिटिंग को शीर्ष ऑडिटर्स ने सत्यापित किया है। माल्या ने मार्च 2016 में यूएसएल के निदेशक बनाया गया था। माल्या ने कहा, 30 सालों के दौरान मैंने दुनिया की सबसे बड़ी ब्रेविंग कंपनी बनाई और बेहतरीन एयरलाइंस की शुरूआत की। लेकिन बदले में मुझे यह मिला। माल्या फिलहाल देश के बैंकों का करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर देश से फरार हो चुके हैं। माल्या अभी लंदन में रह रहे हैं।