-सीनियर पायलट सुभाष ने एविएशन मिनिस्ट्री को एयरलाइंस मैनेजमेंट के लिए दिया एक मशवरा
इंडिया न्यूज सेंटर, दिल्ली।
52 हजार करोड़ के घाटे में चल रही एयर इंडिया एयरलाइंस इंटरनेशनल फ्लाइट्स की इकोनॉमी क्लास में दिए जाने वाले सलाद में कटौती कर अपने घाटे को पूरा करने की योजना बनाई है। यही नहीं यात्रियों को फ्लाइट्स में अब पढ़ने के लिए मैग्जीन्स भी नहीं मिलेगी। सलाद और मैग्जीन्स की कटौती के बाद सवालों में आने पर एयर इंडिया ने सफाई पेश की है। एयरलाइंस के ऑफिसियल कम्यूनिकेशन अधिकारी ने बताया कि ये फैसला सलाद के खराब जाने की वजह से लिया गया है।
दरअसल, इंटरनेशनल फ्लाइंस में दी जाने वाली सलाद सिर्फ 20 फीसदी ही खाई जाती है और बाकी बेकार हो जाती है।
इसलिए इसे न देने का फैसला लिया गया है। वहीं मैग्जीन्स के लिए बताया कि ज्यादा होने की वजह से इनका भार फ्लाइट्स पर पढ़ता है, इसलिए इन्हें कम कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि एयर इंडिया का स्टाफ एयरलाइंस के प्राइवेट हाथों में न जाने के लिए हर कोशिश कर रहा है। इसके लिए वो एयरलाइंस के रेवन्यू में रिकवरी के लिए लगा हुआ है। इतना ही नहीं एयर इंडिया के सभी अधिकारियों के कथित तौर पर बचाने की हर संभव कोशिश की एक मेल भी भेजी गई हैा साथ ही एयर इंडिया के सीनियर पायलट सुभाष मजूमदार ने एविएशन मिनिस्ट्री को एयरलाइंस मैनेजमेंट के लिए मशवरे से जुड़ा एक लेटर भी लिखा है।