इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका लता मंगेशकर का आज 87वां जन्मदिन है। 28 सितंबर 1929 को इंदौर के मराठी परिवार में जन्मी लता मंगेशकर का पहला नाम हेमा था, मगर जन्म के 5 साल बाद इनका नाम लता रख दिया गया। इनके पिता पंडित दीनदयाल मंगेशकर रंगमंच के कलाकार और गायक थे। इसलिए संगीत इन्हें विरासत में मिला। दीनानाथ ने लता को तब से संगीत सिखाना शुरू किया, जब वे पांच साल की थी। लता ने पांच साल की छोटी उम्र में पहली बार एक नाटक में अभिनय किया। 14 वर्ष की उम्र में लता फिल्मों में हीरो या हीरोइन की बहन का रोल अदा किया करती थीं पर साथ ही उन्होंने संगीत की शिक्षा भी जारी रखी। लता महज एक दिन के लिए स्कूल गई थी। इसकी वजह थी कि जब वह पहले दिन अपनी छोटी बहन आशा भोंसले को स्कूल लेकर गई तो अध्यापक ने आशा भोंसले को यह कहकर स्कूल से निकाल दिया कि उन्हें भी स्कूल की फीस देनी होगी। इस पर लता ने निश्चय किया कि वह कभी स्कूल नहीं जाएंगी। हालांकि बाद में उन्हें न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी सहित छह विश्वविद्यालयों में मानक उपाधि से नवाजा गया। लता मंगेशकर की सुरीली आवाज, जानदार अभिव्यक्ति व बात को बहुत जल्द समझ लेने वाली अविश्वसनीय क्षमता के कारण उनकी इस प्रतिभा को बहुत जल्द ही पहचान मिल गई। लता को अपने सिने करियर में मान-सम्मान बहुत मिले हैं। वे फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला हैं जिन्हें भारत रत्न और दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्राप्त हुआ। उनके अलावा सत्यजीत रे को ही यह गौरव प्राप्त है। वर्ष 1974 में लंदन के सुप्रसिद्ध रॉयल अल्बर्ट हॉल में उन्हें पहली भारतीय गायिका के रूप में गाने का अवसर प्राप्त है। दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज बुक रिकॉर्ड उनके नाम पर दर्ज है। भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने 20 भाषाओं में 30,000 गाने गाये हैं।